नयी दिल्ली, दो फरवरी (भाषा) दिल्ली विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आधारित स्नातक पाठ्यक्रम की रूपरेखा पर चर्चा के लिए नौ फरवरी को अकादमिक परिषद की बैठक करेगा।
विश्वविद्यालय ने 21 जनवरी को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार तैयार स्नातक पाठ्यक्रम रूपरेखा 2022 का मसौदा जारी किया था और हितधारकों से प्रतिक्रिया मांगी थी।
हितधारकों के पास अपनी प्रतिक्रिया प्रस्तुत करने के लिए 30 जनवरी तक का समय था। यूजीसीएफ ने चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम के कार्यान्वयन का भी प्रस्ताव रखा था।
यह पाठ्यक्रम आलोचना के घेरे में आ गया है। कई लोगों का कहना है कि यह शिक्षकों के कार्यभार और स्नातक पाठ्यक्रमों के छात्रों के लिए क्रेडिट को कम कर देगा।
भाषा जोहेब उमा
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