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शनिवार, 26 अप्रैल, 2025
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छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर नक्सल विरोधी अभियान के दौरान आईईडी विस्फोट में डीआरजी जवान घायल

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रायपुर, 26 अप्रैल (भाषा) छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा लगाए गए एक परिष्कृत विस्फोटक उपकरण (आईईडी) धमाके में शनिवार को जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) का एक जवान घायल हो गया।

बीजापुर जिले में पिछले छह दिन से नक्सलियों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया जा रहा है।

पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर कर्रेगुट्टा, दुर्गमगुट्टा और पुजारीकांकेर के पहाड़ी इलाकों में सोमवार को लगभग 10 हजार जवानों के साथ अभियान शुरू किया गया।

अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह आईईडी विस्फोट में डीआरजी का एक जवान मामूली रूप से घायल हो गया।

उन्होंने बताया, ‘‘घायल जवान का सुरक्षाबलों के शिविर में उपचार किया गया और उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। वह जल्द ही ड्यूटी पर लौट आएगा।’’

अधिकारियों ने बताया कि विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के एक अन्य जवान को अभियान के दौरान 24 अप्रैल सुबह आईईडी विस्फोट के कारण टखने में मामूली मोच आ गई थी।

उन्होंने बताया कि उसकी हालत सामान्य है और वह ठीक हो गया है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब से हम (भारतीय जनता पार्टी) सरकार में आए हैं तब से नक्सलवाद के खिलाफ हमारे जवान मजबूती के साथ लड़ रहे हैं और अभी भी तेलंगाना-छत्तीसगढ़ सीमा में पहाड़ी पर अभियान जारी है। 42 डिग्री सेल्सियस की गर्मी में भी हमारे जवान वहां पर मोर्चा संभाले हुए हैं और बहुत बड़ा अभियान जारी है। इनके लिए 31 मार्च 2026 ‘डेडलाइन’ है। गृहमंत्री जी (अमित शाह) ने संकल्प लिया है उनका संकल्प जरूर पूरा होगा।’’

बस्तर क्षेत्र में शुरू की गई सबसे बड़ी नक्सल विरोधी कार्रवाइयों में से एक इस अभियान में जिला रिजर्व गार्ड, बस्तर फाइटर्स, छत्तीसगढ़ पुलिस के विशेष कार्य बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और इसकी विशिष्ट इकाई कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन (कोबरा) सहित विभिन्न इकाइयों के जवान शामिल हैं।

ऐसा माना जा रहा है कि सीपीआई (माओवादी) के शीर्ष नेताओं सहित लगभग 500 कैडर इस क्षेत्र में छिपे हुए हैं। तेलंगाना पुलिस इस अभियान में सहायता कर रही है।

नक्सल विरोधी कार्रवाई की निगरानी कर रहे अधिकारियों ने बताया कि अभियान के दौरान तीन महिला नक्सलियों के शव, विस्फोटक और अन्य सामान बरामद किए गए हैं। वहीं माना जा रहा है कि कई अन्य नक्सली भी मारे जा चुके हैं।

अधिकारी ने बताया कि यह अभियान सोमवार को राजधानी रायपुर से 450 किलोमीटर दूर बीजापुर (छत्तीसगढ़) और तेलंगाना के दोनों ओर कर्रेगुट्टा और दुर्गमगुट्टा की पहाड़ियों के दुर्गम इलाके व घने जंगल में शुरू किया गया था।

उन्होंने बताया कि जिस इलाके में अभियान जारी है, वह कई किलोमीटर तक पहाड़ियों और घने जंगलों से घिरा हुआ है तथा इसे माओवादियों की पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) बटालियन नंबर एक का आधार क्षेत्र माना जाता है।

अधिकारी ने बताया कि जानकारी मिली है कि यहां पीएलजीए बटालियन नंबर एक, तेलंगाना राज्य समिति और माओवादियों के दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के 500 से अधिक नक्सली हिडमा और दामोदर जैसे खूंखार नेताओं के साथ छिपे हुए हैं।

नाम नहीं बताने की शर्त पर अधिकारी ने बताया, “यह एक महत्वपूर्ण अभियान है क्योंकि इसमें पीएलजीए बटालियन नंबर एक, दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (डीकेएसजेडसी) तथा तेलंगाना राज्य समिति के माओवादियों के थिंक टैंक को निशाना बनाने तथा माओवादियों की सैन्य ताकत को खत्म करने की लड़ाई शुरू की गई है।”

अधिकारी ने बताया कि इस अभियान के दौरान बृहस्पतिवार को तीन महिला नक्सलियों के शव बरामद किए गए और मुठभेड़ में कई अन्य नक्सलियों के मारे जाने और घायल होने की संभावना है।

उन्होंने बताया कि पूरे इलाके की घेराबंदी की जा रही है।

अधिकारी ने बताया, “यह एक टेस्ट मैच जैसा परिदृश्य है। मैच लंबा चलेगा और हर सत्र में हमें बहुत उत्साहजनक समाचार नहीं मिलेगा। लेकिन मैच के अंत में हम बहुत अनुकूल परिणामों की उम्मीद कर रहे हैं।”

उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार, छत्तीसगढ़ सरकार और पड़ोसी राज्य सरकारें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस अभियान में शामिल हैं।

अधिकारी ने बताया, “हमारे सभी जवान सुरक्षित हैं। दुर्गम इलाके और भीषण गर्मी को छोड़कर कोई समस्या नहीं है। जवानों का मनोबल चुनौतियों से निपटने के लिए ऊंचा है।”

उन्होंने बताया कि अभियान में हेलीकॉप्टर और ड्रोन भी शामिल हैं।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, अभियान में शामिल कुछ जवानों को पानी की कमी और लू लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया।

वर्ष 2023 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्ता में आने के बाद छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान तेज हो गए हैं।

सुरक्षाबलों ने पिछले वर्ष जनवरी से अब तक बस्तर क्षेत्र में हुई मुठभेड़ों में 350 से अधिक नक्सलियों को मार गिराया।

भाषा संजीव

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यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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