हैदराबाद,28 जनवरी (भाषा) डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने शुक्रवार को कहा कि वह 12 से 18 आयु वर्ग के लिए कोविड-19 रोधी रूसी टीका स्पुतनिक-एम लाने के सिलसिले में भारतीय औषधि नियामक के साथ बातचीत कर रही है।
कंपनी की तीसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा के बाद संवाददाता सम्मेलन में डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रूस के एकल खुराक वाले कोविड-19 टीके स्पुतनिक लाइट के तीसरे चरण के ‘क्लिनिकल ट्रायल’ डेटा नियामक को सौंप दिये गये हैं और मंजूरी मिलने का इंतजार है।
डॉ. रेड्डीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी-एपीआई एवं सेवाएं, दीपक सापरा ने कहा कि कंपनी अपने विनिर्माण केंद्रों में मोलनुपिरावीर बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है, जो कोविड-19 की दवा है। उन्होंने कहा कि कंपनी ने दवा की पूर्व अर्हता के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन से भी संपर्क किया है।
सापरा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘स्पुतनिक-एम किशोरों के लिए है। स्पुतनिक-एम को 12 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के लाभार्थियों के लिए नियामक ने मंजूरी दी है। वही डेटा यहां उपलब्ध कराया गया है। हम डेटा का अनुवाद करने की प्रक्रिया में जुटे हुए हैं और हमारी अगले कुछ महीनों में इस डेटा पर नियामक के साथ बातचीत होगी।’’
उन्होंने कहा कि भारतीय नियामक के कहने पर कंपनी
एक और दौर का क्लिनिकल ट्रायल भारत में कर सकती है।
उन्होंने कहा कि स्पुतनिक लाइट के लिए क्लिनिकल ट्रायल भारत में पूरा हो गया है और डेटा भारतीय औषधि महानियंत्रक को सौंप दिया गया है।
मोलनुपिरावीर पर अधिकारी ने कहा कि कंपनी कोविड-19 की इस दवा को बनाने के लिए तैयार है, जिसे भारत और 103 देशों को उपलब्ध कराने का उसे अधिकार प्राप्त है।
भाषा सुभाष पवनेश
पवनेश
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