नई दिल्ली: केंदीय स्वास्थय मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मंगलवार को भारत के 50 इंडस्ट्री लीडर्स संग बातचीत की. इसका आयोजन कॉन्फेडरेशन ऑफ़ इंडियन इंडस्ट्री (सीसीआई) ने किया. इस दौरान उन्होंने सीसीआई के अध्यक्ष श्री विक्रम किर्लोस्कर समेत अन्य मौजूद लोगों से बात की.
उन्होंने कहा, ‘चाहे कितना भी अंधेरा हो हमेशा रोशनी की उम्मीद रहती है. अभी के दौर में भावनाओं में मज़बूती बनाए रखना है. इससे बाहर आने के लिए हमें ऐसा करना होगा.’ उन्होंने कहा कि ये दुनिया के आधुनिक इतिहास के सबसे काले एपिसोड में से एक है और मानव जाति को इससे बाहर आना होगा और इससे अच्छी चीज़ें सीखनी होंगी.
डॉक्टर हर्षवर्धन ने कोविड-19 की वजह से सरकार द्वारा उठाए जा रहे विभिन्न राहत उपायों को लेकर उद्योग जगत को जानकारी दी. मंत्री ने उनसे बात करते हुए संभावित सप्लाई चेन में आए व्यवधान के साथ-साथ हेल्थकेयर क्षेत्र द्वारा अनुभव की जा रही समस्याओं से संबंधित कई महत्वपूर्ण मुद्दों का जवाब दिया.
उन्होंने कोविड- 19 के ख़िलाफ़ लड़ाई के साथ-साथ अर्थव्यवस्था को वापस से पटरी पर लाने, टेस्टिंग सुविधाओं की उपलब्धता, क्वारेंटीन फ़ैसिलीटी, फार्मास्युटिकल उद्योग के लिए कच्चे माल की उपलब्धता, मरीज़ों की निगरानी, टेलीमेडिसिन सुविधाओं के इस्तेमाल, प्रिवेंटिव हेल्थकेयर आदि के संबंध में अपनी चिंताओं को व्यक्त किया.
डॉक्टर हर्षवर्धन ने उन्हें अपनी भावनाओं को मज़बूत रखने के साथ कोविड- 19 के मामले में हेल्थकेयर में मेक इन इंडिया का जितना हो सके उपयोग करने के लिए कहा ताकि देश को महामारी से निपटने के दौरान महत्वपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल उपकरण प्रदान करने में अधिक लचीला और आत्मनिर्भर हो.
उन्होंने उन्हें सूचित किया कि सरकार ‘जल्द से जल्द और सुरक्षित तरीके से औद्योगिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए’ के रूप में विचार-विमर्श कर रही है. इसके अलावा उन्होंने सभी प्रतिभागियों को ऐसे मुश्किल समय में सरकार के साथ खड़े होने और पीएम केयर्स फंड में ख़ूब दान देने के लिए धन्यवाद दिया.
उन्होंने कहा, ‘देश में उद्योग जगत को कोविड-19 आउटब्रेक के कारण बड़ा झटका लगा है और सरकार पहले से ही इस बात पर विचार कर रही है कि कैसे सुनिश्चित किया जाए कि आने वाले समय में यह अपने पहले के स्तर पर वापस पहुंच सके.’
उन्होंने कहा कि भारत एक विशाल देश है और उद्योग क्षेत्र इसके विकास की कहानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा मेक इन इंडिया के लिए कई अवसर प्रदान कर रही है और इसमें भाग लेने के लिए उद्योग के नेताओं से आग्रह किया है कि यह भारत के लिए कोविड महामारी के गहन परीक्षण समय में हो.