नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राजधानी में कोविड-19 के मामलों की स्थिति पहले से बेहतर है. उन्होंने लोगों से लापरवाही न बरतने की अपील की और कहा कि आने वाले दिनों में कोरोनावायरस कौन सा रूप लेगा ये किसी को नहीं पता.
केजरीवाल ने कहा, ‘कुछ जानकार सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं कि दिल्ली में पीक आकर चला गया है. लेकिन मेरी गुज़ारिश है किसी तरह की लापरवाही मत बरतें. मास्क पहने, हाथ धोएं, सोशल डिस्टेंसिंग बरतें और सैनिटाइज़र इस्तेमाल करते रहें.’ उन्होंने कहा कि अंग्रेज़ी में एक कहवात है ‘होप फॉर द बेस्ट, प्रिपेयर फॉर द वर्स्ट’. उम्मीद अच्छी स्थिति की करनी चाहिए लेकिन तैयारी सबसे बुरी स्थिति को ध्यान में रखकर करनी चाहिए.
पीक का मतलब ये होता है कि जब वायरस अपना सबसे बुरा असर दिखाकर शिखर पर पहुंच जाता है और धीरे-धीरे मामले घटने लगते हैं. सीएम ने कहा कि मामले तो घट रहे हैं लेकिन ये लापरवाह होने का समय नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘जब लॉकडाउन खुला तो तेज़ी से मामले बढ़ने लगे. हमने जब आकलन किया तो अंदाज़ा लगा कि जून के अंत तक 1 लाख मामले हो जाएंगे जिनमें से 60,000 एक्टिव मामले होंगे. लेकिन फिलहाल दिल्ली में महज 26,000 एक्टिव मामले हैं.’
दिल्ली सरकार के मुताबिक दिल्ली को 15,000 बेड की ज़रूरत पड़ने वाली थी. यानि दिल्ली सरकार को रोज़ 250 बेड बढ़ाने थे. एक महीने पहले दिल्ली में 85,00 बेड थे. सीएम ने जानकारी दी कि अब यहां 15,000 बेड का इंतज़ाम हो गया है.
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उन्होंने कहा, ‘मैंने (दिल्ली कोरोना) एप देखा. अभी एक हफ्ते पहले अस्पतालों में 6,250 मरीज़ थे लेकिन अब 5800 हैं. दिल्ली में मरीज़ों के ठीक होने की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है. आज से एक महीने पहले 38 प्रतिशत मरीज़ ठीक हुए थे अब 67 प्रतिशत ठीक हो गए हैं.’
उनके मुताबिक 23 जून को लगभग 4,000 केस रिपोर्ट हुए थे. लेकिन मंगलवार को करीब 2200 केस आए. उन्होंने कहा कि बीत कुछ दिनों से मामले घट रहे हैं. दिल्ली में कोरोना की वजह से मौत कम हो रही है. एक दिन 125 के करीब लोगों की मौत का मामला सामने आया था. अब 60-65 के करीब मौतें हो रही हैं.
दिल्ली में पॉज़िटिव पाए जाने वाले लोगों की संख्या घटने को लेकर उन्होंने कहा, ‘पहले 100 में 31 कोरोना पॉज़िटिव पाए जाते थे. अब 13 लोग पॉज़िटिव होते हैं. सारी बातों से साफ है कि स्थिति उतनी भयावह नहीं है जितना एक महीने पहले थी. ये सबकी मेहनत का नतीजा है.’
उन्होंने कहा कि जो कदमों उठाए गए उनकी वजह से जो भयावह स्थिति की आशंका थी वो तो टल गई. बीते कुछ दिनों से दिल्ली की हालत सुधर रही है.