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Tuesday, 24 December, 2024
होमदेशडोनाल्ड ट्रंप के साथ तेलंगाना के गांव में फैन की प्रतिमा भी लौटी, ग्रामीणों ने चढ़ाए दूध-फूल

डोनाल्ड ट्रंप के साथ तेलंगाना के गांव में फैन की प्रतिमा भी लौटी, ग्रामीणों ने चढ़ाए दूध-फूल

प्रतिमा का निर्माण बुस्सा कृष्णा ने किया था, जिन्होंने कोविड से ट्रंप के ठीक होने के लिए पूजा-अर्चना की थी. 2020 में कृष्णा की मृत्यु के बाद इसे इग्नोर किया गया, लेकिन अब गांव वालों ने इसकी साफ-सफाई कर दी है.

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नई दिल्ली: डोनाल्ड ट्रंप लौट आए हैं — और तेलंगाना के एक गांव में उनकी प्रतिमा भी. 2018 में एक स्थानीय प्रशंसक द्वारा बनाई गई यह प्रतिमा 2020 में इसके कारीगर की मृत्यु के बाद से अलग-थलग पड़ी थी, लेकिन अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव में ट्रंप की जीत की खबर सुनकर गांव वाले जश्न मनाने के लिए इकट्ठा हो गए. उन्होंने छह फुट की प्रतिमा जिस पर धूल जम गई थी उसकी सफाई की और बुधवार को ट्रंप के विजय भाषण के दौरान ताली बजाते रहे, उस पर दूध चढ़ाते रहे, माला पहनाते रहे और फूल चढ़ाते रहे.

इस प्रतिमा का निर्माण दिवंगत बुस्सा कृष्णा ने करवाया था, जिन्हें स्थानीय तौर पर अरबपति राजनेता के प्रति अपनी भक्ति के कारण ‘ट्रंप कृष्णा’ के नाम से जाना जाता था. कृष्णा के बचपन के दोस्त और वार्ड सदस्य वंचा रेड्डी के अनुसार, यहां तक ​​कि जनगांव जिले के कोने गांव को भी अब ‘ट्रंप के गांव’ के रूप में जाना जाता है.

रेड्डी ने फोन पर दिप्रिंट को बताया, “कृष्णा की मृत्यु के बाद, किसी ने भी मूर्ति की पूजा नहीं की, लेकिन चूंकि, ट्रंप की जीत इतनी बड़ी थी, इसलिए हमने इसे कृष्णा और ट्रंप के प्रति उनके प्रेम की याद के रूप में मनाया.”

उन्होंने आगे कहा, “हर कोई नतीजों का बेसब्री से इंतज़ार कर रहा था, खबरें देख रहा था. जैसे ही ट्रंप की जीत की घोषणा हुई, गांव के लोग प्रतिमा के सामने इकट्ठा हुए और उस पर फूल बरसाकर जश्न मनाया.”

रेड्डी के अनुसार, कृष्णा, जिनकी 33 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने के कारण मौत हो गई थी, ने अपने घर के सामने लाखों रुपये खर्च करके प्रतिमा बनवाई थी, वे रोज़ाना इसकी पूजा करते थे और इसकी सफाई का बहुत ध्यान रखते थे. जब ट्रंप कोरोना पॉजिटिव हुई, तो कृष्णा ने व्रत रखा और उनकी सलामती के लिए प्रार्थना की.

यह एक हिंदू पूजा थी जिसे कृष्णा किया करते थे, ठीक वैसे ही जैसे कोई देवता के लिए करता है — फूल, नारियल और यहां तक कि आरती भी.

रेड्डी के अनुसार, इसके ज़रिए उन्हें दोनों देशों के बीच बेहतर समझ को बढ़ावा देने में मदद करने की उम्मीद थी.

2020 में अपने घर के बाहर बुस्सा कृष्णा | फोटो: एएनआई
2020 में अपने घर के बाहर बुस्सा कृष्णा | फोटो: एएनआई

कृष्णा का घर ट्रंप की तस्वीरों वाले पोस्टरों से भरा था, जिसमें उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाथ मिलाते हुए दिखाया गया था. ट्रंप का नाम हर जगह था — यहां तक कि लकड़ी की खिड़कियों पर भी लिखा था.

रेड्डी ने कहा कि अब लोग अक्सर कृष्णा के घर से गुजरते समय मूर्ति की सफाई या प्रशंसा करते देखे जाते हैं.

35-वर्षीय रेड्डी ने कहा,“हमने ट्रंप की जीत का जश्न मनाया और हमेशा कृष्णा और ट्रंप के प्रति उनके प्यार का सम्मान करने के लिए मूर्ति की देखभाल करते हैं.”

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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