पुडुचेरी, पांच फरवरी (भाषा) द्रविड़ मुनेत्र कडषगम (द्रमुक) की पुडुचेरी इकाई ने राज्य विधानसभा को नीट विरोधी विधेयक वापस लौटाने के लिए तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि की निंदा की और कहा कि यह लोकतांत्रिक सिद्धांतों के उल्लंघन का मामला है और गरीब छात्रों के डॉक्टर बनने के सपने को तोड़ने वाला है
पुडुचेरी विधानसभा में विपक्ष के नेता आर शिवा ने शनिवार को एक बयान में कहा कि तमिलनाडु के राज्यपाल ने नकारात्मक रुख अपनाकर अपने संवैधानिक दायित्व का उल्लंघन किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार की मंशा नीट को खत्म करने की है जो गरीब छात्रों के डॉक्टर बनने में सहायक है । राज्यपाल ने सक्रिय भूमिका निभाने के बजाय केवल केंद्र में एनडीए सरकार के प्रति अपनी वफादारी दिखाई है।’’
शिवा ने कहा कि यह भी हैरान करने वाला है कि पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने भी नीट विरोधी विधेयक पर उनकी कार्रवाई को सही ठहराते हुए तमिलनाडु के राज्यपाल का समर्थन किया है ।
भाषा रंजन उमा
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