नयी दिल्ली, 10 फरवरी (भाषा) दिल्ली विश्वविद्यालय ने सामान्य रूप से कक्षाओं के संचालन की घोषणा कर दी है लेकिन छात्रावास में कमरे पाने के इच्छुक छात्र/छात्राओं को लंबा इंतजार करना पड़ सकता है क्योंकि कॉलेजों को आवंटन प्रक्रिया पूरी करने में कुछ वक्त लगेगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय में सामान्य कक्षाएं शुरू करने की मांग को लेकर छात्रों द्वारा लगातार किए जा रहे प्रदर्शनों के बीच विश्वविद्यालय ने 17 फरवरी से स्नातक और स्नात्कोत्तर दोनों पाठ्यक्रमों के लिए सामान्य कक्षाएं शुरू करने की घोषणा बुधवार को की।
घोषणा के बाद विश्वविद्यालय से जुड़े कॉलेजों ने छात्रों के आगमन की तैयारियां शुरू कर दी हैं और छात्रावासों की साफ-सफाई भी शुरू हो गई है।
अधिकारियों ने बताया कि छात्रावास में कमरे पाने के लिए दिए गए आवेदनों पर कार्रवाई होने में कुछ वक्त लगेगा।
महाराजा अग्रसेन कॉलेज के सूत्रों के अनुसार, छात्रावास के कमरे 17 फरवरी तक तैयार नहीं हो सकेंगे क्योंकि वे करीब दो साल से बंद पड़े हैं।
वहीं, कॉलेज के प्राचार्य संजीव कुमार तिवारी ने बताया कि छात्रावास के कमरे तैयार करने के लिए वे लोग युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘छात्रावास में 56 छात्रों के रहने की सुविधा है। हमने दीवारों पर पेंट कराने सहित अन्य तैयारियां शुरू कर दी हैं। कमरों के आवंटन की प्रक्रिया ऑनलाइन की जाएगी।’’
कॉलेज प्रशासन के लिए इसमें दूसरा महत्वपूर्ण काम यह सुनिश्चित करना है कि कमरों में पर्याप्त हवा-पानी रहे और उसमें दो छात्रों के रहने की जगह बने।
किरोड़ीमल कॉलेज की प्राचार्य विभा चौहान ने बताया, ‘‘हमें कमरों का आकार देखना होगा, अगर कमरा छोटा है तो उसमें एक छात्र को जगह दी जाएगी। छात्रावास की सूची 17 फरवरी को नहीं आ सकती है, उसमें कुछ दिन लग सकते हैं। ऐसा लगभग हर साल होता है। दाखिला प्रक्रिया पूरी होने के बाद छात्रावास की सूची तैयार की जाती है।’’
इसबीच, विश्वविद्यालय ने दिल्ली के बाहर से आने वाले छात्रों को सलाह दी है कि वे अपनी यात्रा योजना इस तरह से बनाएं कि कॉलेज जाने से पहले वे तीन दिनों का अपना पृथकवास पूरा कर सकें।
भाषा अर्पणा नरेश
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