वायनाड (केरल), 19 मई (भाषा) वायनाड के मुंदक्कई-चूरलमाला में भूस्खलन में बचे लोगों ने सोमवार को प्रदर्शन किया और कहा कि उन्हें सरकार के वादे के मुताबिक मासिक किराया एवं राहत राशि नहीं मिली है।
सबसे बुरी तरह प्रभावित लोगों में से कई ने कहा कि सहायता देने के सरकार के वादे के बावजूद भुगतान में देरी के कारण उनका जीवन अब संकट में है।
आपदा में बचे हुए लोगों में गंभीर रूप से प्रभावित वर्ग ने मांग की कि सरकार बिना देरी के 300 रुपये प्रतिदिन की राहत राशि और मासिक किराया दे।
विथिरी तालुक कार्यालय तक विरोध मार्च के दौरान तनाव बढ़ने के बीच धक्का-मुक्की की कुछ घटनाएं हुईं।
प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर आपदा राहत के लिए जनता द्वारा दान किए गए पैसे को रोके रखने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि सरकार जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए इस कोष का सही तरीके से इस्तेमाल करने में विफल रही है।
इस बीच, संबंधित तहसीलदार ने वादा किया कि प्रभावित लोगों को 30 मिनट के भीतर लंबित किराया भुगतान कर दिया जाएगा।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, गंभीर रूप से प्रभावित जिन व्यक्तियों को 300 रुपये प्रतिदिन की राहत नहीं मिली है, उन्हें इसके लिए आवेदन जमा करने को कहा गया है।
वायनाड में 30 जुलाई, 2024 को हुए भूस्खलन के दौरान लगभग 300 लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हो गए थे।
भाषा सुरभि नेत्रपाल
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