नयी दिल्ली, 29 मई (भाषा) तुर्किये और बांग्लादेश सहित छह देशों के राजदूतों व उच्चायुक्तों ने बृहस्पतिवार को यहां राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपने परिचय पत्र सौंपे।
राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि अपने परिचय पत्र प्रस्तुत करने वालों में तुर्किये गणराज्य के राजदूत अली मूरत एर्सोय, बांग्लादेश के उच्चायुक्त एम रियाज हमीदुल्लाह और कजाकिस्तान गणराज्य के राजदूत अजमत येस्कारेव शामिल हैं।
थाईलैंड की राजदूत चवनार्ट थांगसुमफंत, कोस्टा रिका गणराज्य के राजदूत नेस्टर गेब्रियल बाल्टोडानो वर्गास और सेंट किट्स एवं नेविस के उच्चायुक्त गुरदीप बाथ ने भी राष्ट्रपति को अपने परिचय पत्र प्रस्तुत किए।
नवनियुक्त राजनयिकों के लिए पहले 15 मई को समारोह आयोजित होने वाला था लेकिन उसे स्थगित करना पड़ा था।
समारोह को स्थगित करने का निर्णय, ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच हुए संघर्ष के दौरान पाकिस्तान का समर्थन करने के लिए भारत में तुर्किये की कड़ी आलोचना की पृष्ठभूमि में लिया गया था।
पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादी हमले के जवाब में भारतीय रक्षा बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचे को नष्ट करने के लिए छह और सात मई की दरमियानी रात को एक अभियान शुरू किया था। भारत और पाकिस्तान दोनों के बीच सभी सैन्य कार्रवाइयों को रोकने की 10 मई को एक सहमति बनी थी।
पिछले साल अगस्त में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के चलते प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पद छोड़ दिया था और ढाका से भारत आ गई थीं, उसके बाद से भारत-बांग्लादेश संबंधों में भी कड़वाहट आयी है। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदुओं पर हमलों को रोकने में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के विफल रहने के बाद संबंधों में और गिरावट आयी।
भाषा अमित पवनेश
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