नयी दिल्ली, आठ अप्रैल (भाषा) दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के जिन सरकारी स्कूल भवनों की स्थिति जर्जर है उनका जल्द ही पुनर्निर्माण किया जाएगा।
सूद ने पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र में ऐसे चार स्कूल भवनों का निरीक्षण किया।
शिक्षा मंत्री आशीष सूद और पटपड़गंज से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक रविंदर सिंह नेगी ने मयूर विहार (फेस एक एवं दो) और मंडावली में तीन सर्वोदय कन्या विद्यालयों तथा पश्चिमी विनोद नगर में एक सर्वोदय विद्यालय का निरीक्षण किया।
आधिकारिक बयान के अनुसार, निरीक्षण के दौरान शिक्षा मंत्री को स्कूलों में कई कमियां मिलीं।
बयान में दावा किया गया कि स्कूल भवनों की जर्जर स्थिति के अलावा, स्कूलों में पीने के पानी, साफ शौचालय, प्रयोगशालाएं जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव था और शिक्षकों की कमी थी।
सूद ने कहा, ‘‘विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों के विधायकों ने सरकारी स्कूलों की स्थिति के बारे में चिंता व्यक्त की है जिसके कारण हम ये निरीक्षण कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि नेगी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में कुछ स्कूल भवनों के तत्काल पुनर्निर्माण की मांग की थी।
सूद ने कहा, ‘‘इनमें से कुछ स्कूल भवन ऐसे हैं जो असुरक्षित हैं, जिनका कि पुनर्निर्माण कार्य जल्द ही शुरू हो जाएगा।’’
उन्होंने कई स्कूलों में परोसे जा रहे मध्याह्न भोजन की जांच की और विस्तृत प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए अभिभावकों से बातचीत की।
इस दौरान शिक्षा निदेशक, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारी और अन्य विभागों के प्रतिनिधि भी शिक्षा मंत्री के साथ मौजूद थे।
बयान के अनुसार, पटपड़गंज के चार स्कूलों में कई कमरे अत्यंत असुरक्षित स्थिति में थे, जबकि कई कमरों की छतें लोहे के गार्डर और पत्थर के स्लैब का उपयोग करके बनाई गई थीं, जिससे उनके गिरने का खतरा था।
बयान में कहा गया कि मंत्री ने पीडब्ल्यूडी के कार्यकारी अभियंता को फटकार लगाई और आदेश दिया कि आवश्यक मरम्मत कार्य 15 मई तक पूरा कर लिया जाए।
मंत्री को एक स्कूल के प्रधानाचार्य ने बताया कि छत की मरम्मत के संबंध में पिछले डेढ़ साल में विभाग को कई बार सूचित किया गया, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
मयूर विहार स्थित स्कूल का निरीक्षण करते हुए सूद ने प्रधानाचार्य को मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता में सुधार लाने के निर्देश दिए।
सूद ने आरोप लगाया कि पिछली आप सरकार ने राउज एवेन्यू और पटपड़गंज में कुछ विद्यालयों को चमकाकर ‘शिक्षा क्रांति’ का भ्रम फैलाया।
उन्होंने कहा, ‘‘भ्रामक विज्ञापनों का इस्तेमाल जनता को धोखा देने के लिए किया गया। अब दिल्ली के लोगों के सामने सच्चाई आ रही है। अगर सिर्फ चार स्कूलों में इतनी ज्यादा खामियां हैं, तो पूरी व्यवस्था को दुरुस्त करने में समय लगेगा।’’
भाषा योगेश नेत्रपाल
नेत्रपाल
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