लखनऊ, 24 जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश की गौरवशाली यात्रा और उपलब्धियों को समर्पित उत्तर प्रदेश दिवस समारोह की भव्य शुरुआत लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम में शुक्रवार को हुई। 24 जनवरी से 26 जनवरी तक चलने वाले इस तीन दिवसीय समारोह का उद्घाटन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया। इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान (सीएम युवा) के ई-पोर्टल की शुरुआत की गई और 25,000 युवा उद्यमियों को उनके उद्यम की स्थापना के लिए ऋण एवं स्वीकृति पत्र बांटे गए। समारोह के दौरान छह लोगों को ‘उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान’ प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश दिवस राज्य की समृद्धि और गौरव का उत्सव है। उन्होंने प्रदेशवासियों को उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस की बधाई दी और कहा कि यह वर्ष हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, प्रदेश भर में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम के तहत राज्य की सांस्कृतिक धरोहर, विकास यात्रा और आर्थिक सशक्तिकरण के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला जाएगा।
बयान के अनुसार, “प्रदेश के विकास और गौरव को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाले छह विशिष्ट व्यक्तियों को ‘उत्तर प्रदेश गौरव सम्मान’ से सम्मानित किया गया। इनमें वाराणसी के कृष्णकांत शुक्ल, वृंदावन मथुरा के उद्यमी एवं पर्यावरणविद् हिमांशु गुप्ता, कानपुर के कृषि उद्यमी मनीष वर्मा, बुलंदशहर की महिला उद्यमी कृष्णा यादव, बुलंदशहर के ही कृषि विशेषज्ञ कर्नल सुभाष देशवाल और बहराइच के केला उत्पादन विशेषज्ञ डॉ. जय सिंह शामिल हैं। इन सभी को उपराष्ट्रपति ने 11 लाख रुपये नकद, प्रशस्ति पत्र और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया।”
कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति ने ‘सीएम युवा’ के ई-पोर्टल की शुरुआत की। इस योजना के तहत 21 से 40 साल की आयु के युवाओं को ब्याज मुक्त ऋण प्रदान किया जाएगा।
बयान के मुताबिक, पहले चरण में पांच लाख रुपये तक का ऋण और दूसरे चरण में 10 लाख रुपये तक का ऋण दिया जाएगा। इसमें बताया गया है कि योजना के तहत अब तक 27,500 आवेदन प्राप्त हुए हैं और 254 करोड़ का ऋण मंजूर किया गया है।
बयान के अनुसार, कार्यक्रम में पांच लाभार्थियों को प्रतीकात्मक रूप से चेक वितरित किए गए, जिनमें लखनऊ के आकाश अवस्थी, अयोध्या के कृष्ण कुमार विश्वकर्मा, अमरोहा के अमित कुमार और सोनल शर्मा तथा गोरखपुर के अक्षांश राज सिंह शामिल हैं।
बयान में कहा गया है कि कार्यक्रम के दौरान परंपरागत शिल्प और उद्यमिता को प्रोत्साहित करने वाले कई व्यक्तियों को भी सम्मानित किया गया, जिनमें वाराणसी की निशा देवी, गोरखपुर के जीतेंद्र और आगरा के एमएसएमई पुरस्कार विजेता शिशिर अस्थाना प्रमुख हैं। इसमें कहा गया है कि संत कबीर पुरस्कार के लिए गोरखपुर के रजिउल हसन और वाराणसी की अंगिका कुशवाहा को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।
उत्तर प्रदेश का गठन 24 जनवरी 1950 को हुआ था, लेकिन इसका स्थापना दिवस 2018 से मनाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल राम नाइक की पहल पर इसकी शुरुआत हुई। मार्च 2017 में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार बनने के कुछ माह बाद ही सरकार ने स्थापना दिवस समारोह मनाने की घोषणा की थी और अगले वर्ष से लगातार यह समारोह आयोजित किया जा रहा है।
भाषा
आनन्द पारुल
पारुल
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.