देहरादून, नौ जुलाई (भाषा) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वनों में सप्ताह भर चलाये जाने वाले ‘बीज बम’ अभियान की शनिवार को शुरुआत की और इसे कम लागत वाला प्रयोग बताया, जिसके जरिये जंगली जानवरों को उनके प्राकृतिक वास स्थान में चारा उपलब्ध करा कर मानव-पशु संघर्ष में कमी लायी जा सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे जंगली जानवरों द्वारा फसलों को पहुंचाये जाने वाले नुकसान को रोकने में भी मदद मिलेगी।
‘बीज बम अभियान सप्ताह’ नाम का अभियान शनिवार को प्रारंभ किया गया, जो 15 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान ‘बीज बम’ को पूरे राज्य के जंगलों में छीटा जाएगा। बीज बम, मिट्टी और खाद तथा विभिन्न सब्जियों एवं फलों के बीज से बनाये जाते हैं।
धीरे-धीरे बीज बम से पौधे और लताएं बाहर निकलती हैं और शाकाहारी जंतुओं को चारा उपलब्ध कराती हैं जो अक्सर भोजन की तलाश में मानव बस्तियों में प्रवेश कर जाते हैं और खेतों में खड़ी फसलों को नष्ट कर देते हैं।
यह अभियान द्वारका प्रसाद सेमवाल के नेतृत्व में उत्तरकाशी स्थित एक संगठन द्वारा चलाया जा रहा है, जिसे हिमालय पर्यावरण जड़ी-बूटी एग्रो संस्थान, ‘जड्डी’ के तौर पर जाना जाता है।
इस अवसर पर धामी ने कहा कि यह एक अच्छा प्रयोग है क्योंकि यह वैज्ञानिक पद्धति वाला है और इसमें अधिक खर्च नहीं होता है। उन्होंने कहा कि यह पशुओं के प्राकृतिक वास स्थान के अंदर चारा उपलब्ध कराकर मानव-पशु संघर्ष में कमी ला सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे आंदोलन बनाने के अभियान से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाना चाहिए।
भाषा सुरभि सुभाष
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