देहरादून, सात नवंबर (भाषा) मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मानसखंड माला मिशन की तर्ज पर केदारखंड माला मिशन का विकास करने, कुमाऊं के शारदा गलियारा एवं आदि कैलास सहित चार क्षेत्रों को आध्यात्मिक आर्थिक जोन के रूप में विकसित करने तथा प्रत्येक जिला अस्पताल में ‘टाइप-1 डायबिटीज’ के लिए विशेष क्लीनिक खोलने की घोषणा की।
उत्तराखंड स्थापना के रजत जयंती उत्सव के तहत यहां आयोजित एक कार्यक्रम में धामी ने कई घोषणाएं कीं, जिनमें प्रदेश की संपूर्ण कृषि भूमि का आगामी पांच वर्षों में चरणबद्ध तरीके से सर्वेक्षण करवाना, साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए राज्य ‘साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर’ की स्थापना करना, मादक पदार्थ मुक्त देवभूमि के लिए प्रदेश में मादक पदार्थ रोधी कार्यबल का विस्तार करना, राजकीय विद्यालयों में ‘पीएम पोषण’ योजना के अंतर्गत मानदेय पर रखी गईं भोजन माताओं के लिए कल्याण कोष का गठन शामिल है।
इसके अलावा, धामी ने राज्य में जंगली जानवरों एवं आवारा पशुओं से फसलों की सुरक्षा के लिए बाड़ लगाने की नीति लाने, पारंपरिक धारे व नौले आदि प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण, पुनर्जीवन एवं सौंदर्यीकरण के लिए विशेष संवर्धन योजना प्रारंभ करने की भी घोषणा की।
उन्होंने उच्च शिक्षण संस्थाओं के छात्र-छात्राओं में कौशल विकास के लिए ऑनलाइन कोर्स उपलब्ध कराने तथा सिविल सेवा, बैंकिंग, प्रबंधन, नेट आदि परीक्षाओं की तैयारी के लिए ऑनलाइन कोचिंग सुविधा भी उपलब्ध कराने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आदर्श चम्पावत की भांति आदर्श रुद्रप्रयाग जिले का विकास किया जाएगा तथा कुमाऊं में शारदा गलियारा एवं आदि कैलास तथा गढ़वाल के अंजनीसैण एवं बेलाकेदार क्षेत्र को आध्यात्मिक आर्थिक जोन के रूप में विकसित किया जाएगा।
इससे पहले, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने इस मौके पर आयोजित रैतिक परेड का निरीक्षण कर सलामी ली।
राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूर्ण होने पर कार्यक्रम की शुरुआत वंदे मातरम गीत से हुई।
राज्यपाल ने उत्कृष्ट सेवाओं के लिए ‘राष्ट्रपति पुलिस पदक’ एवं ‘पुलिस पदक’ प्राप्त पुलिस अधिकारियों को भी सम्मानित किया। देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ‘राष्ट्रपति पदक’ पाने वाले अधिकारियों में शामिल रहे।
कार्यक्रम में इस वर्ष के ‘उत्तराखंड गौरव’ सम्मान भी प्रदान किए गए। प्रख्यात निशानेबाज पद्मश्री जसपाल राणा और उद्यमी एवं समाज सेवी देव रतूड़ी के अलावा कई दिवंगत हस्तियों को भी इस सम्मान से नवाजा गया जिनमें अभिनेता एवं लेखक दिवंगत टॉम ऑल्टर, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी दिवंगत सुशीला बलूनी, चिपको आंदोलन की जननी दिवंगत गौरा देवी, भूवैज्ञानिक दिवंगत खड़ग सिंह वल्दिया, वीरांगना दिवंगत तीलू रौतेली एवं लेखक दिवंगत शैलेश मटियानी शामिल रहे।
इन दिवंगत हस्तियों के परिजनों द्वारा सम्मान प्राप्त किया गया।
भाषा दीप्ति शफीक
शफीक
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