नयी दिल्ली, 22 जून (भाषा) नियामक डीजीसीए ने देश के विमानन पारिस्थितिकी तंत्र के ‘पूर्ण मूल्यांकन’ के लिए एक विशेष ऑडिट ढांचा तैयार किया है, जो अलग-अलग मूल्यांकन की मौजूदा प्रथा की जगह लेगा।
यह कदम अहमदाबाद से लंदन जा रहे एअर इंडिया विमान के उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना के एक सप्ताह बाद सामने आया है, जिसमें विमान में सवार 241 लोगों के अलावा दुर्घटनास्थल पर मौजूद कई अन्य लोग मारे गए थे।
नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने 19 जून के एक विस्तृत परिपत्र में कहा कि विमानन पारिस्थितिकी तंत्र का आकलन करने और विमानन सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने के लिए एक विशेष ऑडिट ढांचा तैयार किया गया है।
इसमें कहा गया है, ‘‘परंपरागत रूप से, भारतीय विमानन क्षेत्र के भीतर विनियामक और सुरक्षा निरीक्षण कार्य अलग-अलग तरीके से किए जाते रहे हैं, जिसमें विभिन्न निदेशालय अपने-अपने अधिकार क्षेत्र के तहत निरीक्षण और ऑडिट करते रहे हैं।’’
परिपत्र में कहा गया कि इस पृष्ठभूमि में, डीजीसीए ने इस बात पर जोर दिया कि व्यापक विशेष ऑडिट मौजूदा अलग-अलग आकलन से आगे बढ़कर बनाया गया है और यह सभी विमानन परिक्षेत्र में सुरक्षा प्रबंधन प्रणालियों, परिचालन प्रथाओं और विनियामक अनुपालन की जांच करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
भाषा शफीक नेत्रपाल
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