युपिया (अरुणाचल प्रदेश), 20 फरवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि सरकार अरुणाचल को पूर्वी एशिया का एक प्रमुख ‘गेटवे’ बनाने की दिशा में काम कर रही है।
उन्होंने राज्य के 36 वें स्थापना दिवस पर लोगों के लिये जारी एक वीडियो संदेश में कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा परिदृश्य में प्रदेश की भूमिका को देखते हुए वहां पर आधुनिक अवसरंचना का निर्माण किया जा रहा है।
अरुणाचल प्रदेश 1987 में आज के दिन केंद्रशासित प्रदेश से राज्य बना था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका पक्का विश्वास है कि पूर्वी भारत खासकर पूर्वोत्तर 21वीं सदी में देश के विकास का इंजन बनेगा। उन्होंने कहा, ‘‘ हम अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणपूर्व एशिया के लिए एक प्रमुख गेटवे के रूप में तब्दील कर देंगे।’’
खराब मौसम के बाद भी इस समारोह के स्थल नवनिर्मित गोल्डन जुबली आउटडोर स्टेडियम में 10000 से अधिक लोग जुटे थे। वहां उत्सव सा माहौल था और सुरक्षा के कड़े प्रबंध थे।
मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस से अपने संबोधन में कहा, “मुझे इस बात का संतोष है कि हमारे युवा मुख्यमंत्री पेमा खांडू जी के नेतृत्व में जिस आकांक्षा के साथ आपने हम पर भरोसा जताया है, उस पर सरकार खरा उतर रही है।”
उन्होंने कहा, “आपका विश्वास डबल इंजन की सरकार को और अधिक काम करने के लिए प्रोत्साहित करता है और अधिक प्रयास करने की शक्ति देता है।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “अरुणाचल प्रदेश के विकास को गति देने के लिए बीते सात सालों में अभूतपूर्व काम किया गया है। संपर्क (कनेक्टिविटी) और बिजली से जुड़ी अवसंरचना पर व्यापक काम आज अरुणाचल में जीवन और व्यापार-कारोबार को आसान बना रहा है।’’
उन्होंने कहा कि ईटानगर के साथ पूर्वोत्तर के सभी राज्यों की राजधानियों को रेलमार्ग से जोड़ना हमारी प्राथमिकता रही है।
उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज़ से भी अरुणाचल की भूमिका को देखते हुए आधुनिक अवसंरचना का निर्माण किया जा रहा है।’’
अपने संबोधन में मोदी ने भारत रत्न डॉ भूपेन हज़ारिका के प्रसिद्ध गीत ‘अरुणाचल हमारा’ की पंक्तियों का भी जिक्र किया और कहा कि इस गाने के बगैर कोई भी कार्यक्रम पूर्ण नहीं है।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रभक्ति और सामाजिक सद्भाव की भावना को बढ़ावा देने और देश की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के लिए अरुणाचल प्रदेश की प्रशंसा की। उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के उन शहीदों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर किए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ चाहे एंग्लो-अबोर युद्ध हो या आजादी के बाद सीमा की सुरक्षा, अरुणाचल प्रदेश के लोगों के साहस की कहानी हर भारतीय के लिए बेशकीमती धरोहर है।’’
उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश प्रकृति एवं संस्कृति के साथ समन्यव बनाते हुए आगे बढ़ रहा हे।
मोदी ने प्रदेश के अपने कई दौरों को याद किया और मुख्यमंत्री खांडू के नेतृत्व वाली डबल इंजन सरकार के तहत विकास की गति पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रगति, प्रकृति, पर्यावरण और संस्कृति का सामंजस्य बैठाकर लगातार आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘आप सभी के प्रयास से यह आज देश के सबसे प्रमुख जैव विविधता वाले क्षेत्रों में से एक है।” उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल विकास, महिला सशक्तिकरण और स्वयं सहायता समूहों के क्षेत्र में विकास के लिए मुख्यमंत्री के प्रयासों पर भी प्रसन्नता व्यक्त की।
प्रधानमंत्री ने राज्य के विकास के लिए लगातार काम करने के लिए केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा , ‘‘ जब मैं रिजिजू के साथ बातचीत करता हूं, तो हमारा जोर इस बात पर होता है कि राज्य को आगे कैसे ले जाया जाए।’’
उन्होंने वैश्विक स्तर पर अरुणाचल की पर्यटन क्षमता को साकार करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
उन्होंने ट्विटर पर भी अरुणाचल प्रदेश के लोगों को स्थापना दिवस पर बधाई दी।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘राज्य के लोग अपनी शानदार प्रतिभा और मेहनती स्वभाव के लिए पहचाने जाते हैं। ईश्वर करें कि राज्य आने वाले वक्त में विकास की नयी ऊंचाइयों को छूए।’’
मोदी ने कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ का ये मार्ग अरुणाचल प्रदेश के बेहतर भविष्य को सुनिश्चित करने वाला है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस मौके पर अरुणाचल प्रदेश के लोगों को बधाई दी।
अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल ब्रिगेडियर (सेवानिवृत) बी डी मिश्रा ने डिजिटल शक्ति के दोहन पर बल दिया ।
खांडू ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के नामकरण के 50 साल पूरा होने पर 20 जनवरी से एक महीने का समारोह चल रहा है।
भाषा राजकुमार दिलीप
दिलीप
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