लातूर: आलसी कर्मचारियों से निपटने के लिए लातूर महानगर पालिका (एलएमसी) मेयर ने एक अनोखा तरीका ढूंढ निकाला है. अधिकारियों और कर्मचारियों की बेरुखी और बेतुके रवैये से परेशान होकर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के डिप्टी मेयर देवीदास काले ने ऐसा फैसला लिया कि अधिकारियों और कर्मचारियों के होश ही उड़ गए.
लगातार नगर पालिका में लोगों की कर्मचारियों की आ रही शिकायत और काम न होता देख काले ने पूरे नगर प्रशासन को झटका देते हुए महत्वपूर्ण नगर नियोजन विभाग के कार्यालय पर ताला जड़ दिया. यह जानकारी जंगल की आग की तरह फैली, कई कार्यकर्ता और अधिकारी अन्यत्र इधर-उधर भटकते रहे, काले के गुस्से से बचने के लिए वह अपने कार्यस्थल पर वापस लौट आए.
जानकारी की पुष्टि करते हुए काले ने वर्तमान आलसी कार्य संस्कृति के लिए नागरिक निकाय में तत्कालीन कांग्रेस शासन को दोषी ठहराया. बता दें कि कर्मचारी न केवल काम टालते हैं बल्कि ऑफिस भी समय पर नहीं पहुंच रहे थे जिसकी शिकायत लगातार मेयर देवीदास काले को मिल रही थी और वह कर्मचारियों को आगाह भी कर रहे थे. पिछले दो वर्षों में जब कर्मचारियों और अधिकारियों में सुधार होता नहीं देखा तो वह अचानक ऑफिस पहुंचे और आनन-फानन में वहां ताला ही जड़ दिया
काले ने बताया, “पिछले दो सालों से हम यहां कुछ अच्छा करने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन कांग्रेस के शासन के वर्षो में पुरानी आदतें अभी तक पूरी तरह से समाप्त नहीं हुई हैं. कड़ी चेतावनी देने के लिए मुझे इस उपाय का सहारा लेना पड़ा.’
पिछले छह महीनों से फाइलों के ढेर लगे रहने के कारण उनकी तड़प बनी हुई है और लोक कल्याण के लिए कोई प्रशासनिक निर्णय नहीं लिया जा रहा है.