चंडीगढ़, 12 फरवरी (भाषा) पंजाब से संबंधित भारतीय नागरिकों को अमेरिका से वापस भेजे जाने के बाद अवैध मानव तस्करी के मुद्दे की तफ्तीश के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने फर्जी आव्रजन सलाहकारों के खिलाफ दो और प्राथमिकी दर्ज की हैं। राज्य पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
इसके साथ ही पुलिस ने निर्वासित लोगों के बयानों के आधार पर ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ कुल10 प्राथमिकी दर्ज की हैं।
पंजाब के 30 लोगों सहित 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान पांच फरवरी को अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा। यह अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत डोनाल्ड ट्रम्प सरकार द्वारा निर्वासित किया जाने वाला भारतीयों का पहला जत्था था।
पंजाब पुलिस द्वारा यहां जारी एक बयान के अनुसार, नवीनतम प्राथमिकी मंगलवार को उन एजेंटों के खिलाफ दर्ज की गईं, जिन्होंने कथित तौर पर लोगों को अमेरिका में अवैध प्रवेश में मदद करने का झांसा देकर ठगा।
होशियारपुर और तरनतारन जिलों में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और उत्प्रवासन अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत दर्ज ताजा प्राथमिकी में छह लोगों पर मामला दर्ज किया गया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एनआरआई मामले) प्रवीण सिन्हा की अध्यक्षता वाली एसआईटी, उन निर्वासित लोगों की शिकायतों की जांच कर रही है, जिनके साथ ट्रैवल एजेंटों ने अमेरिका में अवैध प्रवेश का झूठा वादा करके कथित तौर पर धोखाधड़ी की थी।
इस बीच, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने धोखाधड़ी करने वाले आव्रजन नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई करने और संवेदनशील व्यक्तियों के शोषण को समाप्त करने के लिए पंजाब पुलिस की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
उन्होंने सभी नागरिकों से अनुरोध किया कि अगर उनके ऐसी कोई जानकारी है जिससे इन अपराधियों को पकड़ने में मदद मिल सके तो वे पुलिस के साथ इसे साझा करें।
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नोमान नरेश
नरेश
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