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बुधवार, 25 जून, 2025
होमदेशआपातकाल के दौरान लोकतंत्र की 'हत्या' हुई, अब राहुल देश की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा रहे: कुमार

आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की ‘हत्या’ हुई, अब राहुल देश की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा रहे: कुमार

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हैदराबाद, 25 जून (भाषा) केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा आपातकाल लगाए जाने की आलोचना करते हुए बुधवार को आरोप लगाया कि उनके पोते राहुल गांधी ने विदेशी धरती पर यह दावा करके देश की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई है कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है।

आपातकाल की 50वीं बरसी पर एक बयान में कुमार ने कहा कि आपातकाल स्वतंत्रता के बाद देश के इतिहास का एक काला अध्याय है।

तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार ने 25 जून 1975 को देश में आपातकाल लगाया था।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की हत्या की गई, लोगों की आवाज दबा दी गई, विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया गया और इस पर सवाल उठाने वाले विपक्षी सांसदों की सदस्यता तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने रद्द कर दी थी।

उन्होंने याद दिलाया कि अविभाजित आंध्र प्रदेश में आपातकाल के खिलाफ लड़ने वाले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और जनसंघ के कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें वी रामा राव, जुपुडी यज्ञ नारायण, पी वी चलपति राव, पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और त्रिपुरा के वर्तमान राज्यपाल एन इंद्रसेन रेड्डी शामिल थे।

संजय कुमार ने आरोप लगाया कि इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर अपनी सत्ता बचाने की कोशिश की, वहीं उनके पोते और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सत्ता की खातिर विदेशी धरती पर यह बयान देकर देश की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है।

भाषा नोमान सुरेश

सुरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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