scorecardresearch
Monday, 23 December, 2024
होमदेशजामिया मिल्लिया इस्लामिया में ‘शिया सिद्धांतों की शिक्षा’ शुरू करने की मांग

जामिया मिल्लिया इस्लामिया में ‘शिया सिद्धांतों की शिक्षा’ शुरू करने की मांग

करगिली द्वारा गुरुवार को दिए गए इस ज्ञापन में लद्दाख के युवाओं को सशक्त बनाने और क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए कई अन्य प्रस्ताव भी शामिल हैं.

Text Size:

नई दिल्ली: लद्दाख के राजनीतिक कार्यकर्ता सज्जाद हुसैन करगिली ने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रीजीजू को ज्ञापन सौंपकर यहां जामिया मिल्लिया इस्लामिया में इस्लामी अध्ययन विभाग के तहत शिया समुदाय के सिद्धातों की शिक्षा शुरू करने का अनुरोध किया है.

लद्दाख के सबसे बड़े इस्लामी संगठन ‘जमीयत उल उलमा इस्ना अशरिया करगिल’ के प्रतिनिधि करगिली ने केंद्र से लद्दाख में एक आवासीय कोचिंग संस्थान स्थापित करने का भी अनुरोध किया, जिससे वहां के छात्रों को संघ लोक सेवा आयोग(यूपीएससी), राष्ट्रीय प्रवेश सह पात्रता परीक्षा (नीट), संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) और अन्य राष्ट्रीय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जा सके.

करगिली द्वारा गुरुवार को दिए गए इस ज्ञापन में लद्दाख के युवाओं को सशक्त बनाने और क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए कई अन्य प्रस्ताव भी शामिल हैं.

इसमें युवाओं को शासन और नेतृत्व का प्रशिक्षण मुहैया कराने के मकसद से लद्दाख के युवाओं के लिए अल्पसंख्यक मंत्रालय के अंतर्गत एक विशेष ‘फेलोशिप’ कार्यक्रम कराने का प्रस्ताव भी किया गया.

इसके अलावा, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय से विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक लद्दाख के छात्रों को वित्तीय और अन्य सहायता प्रदान करने का भी आग्रह किया गया है.

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments