बेंगलुरु, 28 जनवरी (भाषा) कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान कहर बरपाने वाला घातक डेल्टा स्वरूप कर्नाटक में कोविड की तीसरी लहर में भी हावी है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर ने यह जानकारी दी ।
मंत्री ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ‘‘कर्नाटक में तीसरी लहर में कौन सा स्वरूप हावी है? छह हजार नमूने जिनका जीनोम सिक्वेंसिंग किया गया उनसे स्पष्ट हुआ है कि इनमें तीन चौथाई मामले डेल्टा और उसके उपस्वरूप के हैं और इसके बाद ओमीक्रोन स्वरूप का स्थान है ।’’
सुधाकर की ओर से साझा किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि मौजूदा तीसरी लहर के दौरान जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए इस्तेमाल किए गए 6,000 नमूनों में से 73.89 प्रतिशत डेल्टा और इसके उपवंश के स्वरूपों, जबकि केवल 18.59 फीसदी मामले ओमीक्रोन के थे । इसके अलावा 4.77 फीसदी मामले इटीए, कप्पा और पेंगों जबकि 2.6 फीसदी अल्फा/बी1.1.7 और 0.13 फीसदी बीटा/बी.1.351. के थे।
कोविड महामारी की वर्ष 2020 से हुयी शुरूआत के बाद से राज्य में संक्रमण के 36,92,496 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 38,754 लोगों की मौत हुयी है ।
भाषा रंजन पवनेश
पवनेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.