नयी दिल्ली, 27 नवंबर (भाषा) दिल्ली की वायु गुणवत्ता बृहस्पतिवार को लगातार 14वें दिन ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रही। राष्ट्रीय राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 377 दर्ज किया गया और आने वाले सप्ताह में कोई राहत नहीं मिलने का अनुमान जताया गया है।
राष्ट्रीय राजधानी में 24 घंटे का औसत एक्यूआई बृहस्पतिवार को 377 रहा, जबकि बुधवार को यह 327, मंगलवार को 352 और सोमवार को 382 था। इस तरह यह लगातार 14वें दिन ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रहा।
दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के पूर्वानुमान के अनुसार, आने वाले सप्ताह में वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रह सकती है।
इस बीच, दिल्ली के निगरानी केंद्रों से मिले प्रदूषण संबंधी आंकड़ों को प्रदर्शित करने वाले केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के ‘समीर’ ऐप पर बुधवार की तरह बृहस्पतिवार शाम पांच बजे तक आंकड़ों की ताजा जानकारी नहीं दी गई।
सीपीसीबी मानकों के अनुसार 0 से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 ‘संतोषजनक’, 100 से 200 ‘मध्यम’, 201 से 300 ‘खराब’, 301 से 400 ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 ‘गंभीर’ माना जाता है।
पुणे में स्थित भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान ने अनुमान जताया है कि बृहस्पतिवार को दिल्ली के प्रदूषण में वाहनों से निकलने वाले उत्सर्जन का योगदान 19.5 प्रतिशत रहा, इसके बाद पड़ोसी गाजियाबाद में 8.2 प्रतिशत और बागपत में 7.3 प्रतिशत है। पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण का स्तर 0.7 प्रतिशत है।
शुक्रवार के लिए, वाहनों से निकलने वाले उत्सर्जन का योगदान 18.7 प्रतिशत और पराली जलाने का योगदान 1.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 24 और नौ डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया है।
इस बीच, दिल्ली मेट्रो ने धूल से होने वाले प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए अपने निर्माण स्थलों पर 82 ‘एंटी-स्मॉग गन’ तैनात की हैं। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने बृहस्पतिवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि वह इन मशीनों को तैनात करने वाली इस क्षेत्र की पहली प्रमुख निर्माण एजेंसियों में से एक है और अब नियम बना दिया है कि उनके सिविल ठेकेदारों के साथ होने वाले हर समझौतों में इन मशीनों का इस्तेमाल अनिवार्य होगा।
डीएमआरसी ने कहा, “दिल्ली-एनसीआर में ‘एंटी-स्मॉग गन’ के इस्तेमाल में अग्रणी, डीएमआरसी ने अनिवार्य किए जाने से पहले ही इन्हें तैनात कर दिया था।”
इस सप्ताह की शुरुआत में, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने महरौली-बदरपुर रोड पर स्थित कार्यस्थलों पर अनिवार्य प्रदूषण-रोधी नियमों का पालन न करने पर डीएमआरसी के खिलाफ 3.8 लाख रुपये का चालान जारी किया था।
भाषा जोहेब खारी
खारी
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