नयी दिल्ली, 29 अप्रैल (भाषा) दिल्ली विश्वविद्यालय अपने पंचांग की 10 हजार प्रतियां देश के शैक्षणिक समुदाय को वितरित करेगा। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि यह पंचांग प्राचीन भारतीय ज्ञान प्रणाली पर आधारित है।
अधिकारी ने बताया कि विश्वविद्यालय ने शुक्रवार को अपना पंचांग जारी किया, जिसे हिंदू कैलेंडर भी कहा जाता है और इसकी एक हजार से अधिक प्रतियां वितरित की गईं। पंचांग ग्रहों की चाल पर आधारित है।
विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “शुक्रवार को पंजाब की एक हजार से अधिक प्रतियां वितरित की गईं और आने वाले दिनों में देश के शैक्षणिक समुदाय में नौ हजार और प्रतियां मुफ्त वितरित की जाएंगी।”
अधिकारियों ने बताया कि पंचांग पश्चिमी कैलेंडर की तुलना में अधिक उन्नत है और “प्राचीन भारतीय ज्ञान के प्रसार” में मदद करेगा। इस पंचांग में सभी त्योहारों, ग्रहणों, तिथियों आदि की विस्तृत जानकारी दी गई है।
भाषा जितेंद्र धीरज
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