नयी दिल्ली, 22 नवंबर (भाषा) भारतीय युवाओं की भर्ती और तस्करी कर उन्हें म्यांमा के ठगी केंद्रों में भेजने के आरोप में दो व्यक्तियों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
तस्करी कर म्यांमा भेजे गए लोगों से ‘साइबर गुलामी’ जैसी परिस्थितियों में रहने और साइबर धोखाधड़ी करने के लिए मजबूर किया जाता था।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने दिल्ली के बवाना निवासी दानिश राजा (24) और फरीदाबाद निवासी हर्ष (30) को शुक्रवार को गिरफ्तार किया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘यह मामला उस वक्त सामने आया जब म्यांमा के सैन्य अधिकारियों ने 22 अक्टूबर को म्यावाड्डी में धोखाधड़ी में इस्तेमाल किये जाने वाले एक परिसर पर छापा मारा और कई भारतीयों को मुक्त कराया। इन लोगों को साइबर धोखाधड़ी किए जाने वाले परिसर में बंधक बना कर रखा गया था।’
उस समय से विभिन्न राज्यों के लगभग 300 भारतीयों को वापस लाया जा चुका है। अधिकारी ने बताया कि ये लोग कथित तौर पर दबाव में काम कर रहे थे और म्यांमा के कई धोखाधड़ी केंद्रों से अमेरिकी नागरिकों से ठगी कर रहे थे।
‘साइबर-गुलामी’ से तात्पर्य मानव तस्करी से है, जिसमें व्यक्तियों के साथ फर्जी नौकरी का प्रस्ताव देकर उनसे ठगी कराई जाती है और फिर उन्हें संगठित साइबर-धोखाधड़ी गतिविधियों में शामिल करने के लिए शारीरिक या मानसिक रूप से मजबूर किया जाता है।
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शुभम सुभाष
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