नयी दिल्ली, 13 मई (भाषा) दिल्ली के द्वारका स्थित एक निजी स्कूल पर 31 छात्रों को फीस विवाद के कारण स्कूल में प्रवेश न करने देने का आरोप लगा है।
अभिभावकों ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने समय पर फीस का भुगतान किया है, इसके बावजूद स्कूल ने उनके बच्चों को कक्षाओं में बैठने से रोक दिया।
अभिभावकों के समूह ने एक बयान में दावा किया कि अप्रैल 2025 की फीस के लिए चेक स्कूल को जमा किए गए थे, लेकिन स्कूल ने उन्हें बैंक में नहीं लगाया और इस कारण उन्होंने मई माह की फीस नेट बैंकिंग के माध्यम से जमा की।
उन्होंने सवाल उठाया कि जब चेक स्कूल के पास पड़े हैं, तो फिर फीस न भरने का हवाला देकर बच्चों को क्यों रोका गया?
बयान में कहा गया, ‘‘ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। अभिभावक वर्षों से ऐसे दबाव का सामना कर रहे हैं।’’
उन्होंने बताया कि शिक्षा निदेशालय और स्थानीय अधिकारियों को लिखित शिकायतें दी गई हैं।
अभिभावकों का कहना है कि प्रशासन की निष्क्रियता के कारण स्कूल लगातार इस तरह की मनमानी करता आ रहा है।
भाषा
योगेश नेत्रपाल
नेत्रपाल
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