नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस ने सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट में दायर जमानत याचिका का विरोध किया है. सुशील कुमार सागर धनकड़ मर्डर केस में ज्युडिशियल कस्टडी में हैं. दिल्ली पुलिस का कहना है कि गवाह सुशील कुमार और उनके सहयोगियों से इतने डरे हुए हैं कि उन्होंने कोर्ट से सुरक्षा की मांग की है.
कथित रूप से 23 साल के धनकड़ को अपहरण के बाद राष्ट्रीय राजधानी के छत्रसाल स्टेडियम में 4 मई 2021 को पीटा गया. चोट की वजह से धनकड़ की मौत हो गई और इस आरोप में सुशील कुमार को 23 मई, 2021 को गिरफ्तार कर लिया गया.
दिल्ली पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि आरोपी इस केस का मास्टमाइंड है, उसी ने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर हरियाणा और दिल्ली से हथियारों और लोगों की व्यवस्था की ताकि अपराध को अंजाम दिया जा सके.
पुलिस ने कहा कि चूंकि आरोपी प्रभावशाली व्यक्ति है इसलिए गवाहों के धमकाए जाने की संभावना है.
दिल्ली पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि आरोपी सुशील कुमार अपने सहयोगियों के साथ मौका-ए-वारदात से भाग गया था और साक्ष्यों जैसे- मोबाइल फोन, हथियार, डीवीआर इत्यादि को मिटाने की कोशिश की. यह काफी गंभीर मामला है जिसमें 18 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.
इसके पहले ट्रायल कोर्ट ने जमानत देने से इनकार करते हुए कहा था कि जब प्रभावशाली लोग इस तरह के जघन्य अपराध करते हैं तो इसका समाज पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है.
बता दें कि सुशील कुमार को पिछले साल 23 मई को गिरफ्तार किया गया था और वह इस समय न्यायिक हिरासत में हैं. पुलिस के मुताबिक कुमार ने गिरफ्तारी से बचने के लिए सात राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के बॉर्डर को पार किया. दिल्ली पुलिस के मुताबिक वह लगातार अपना सिम कार्ड भी बदलते रहे ताकि गिरफ्तारी से बच सकें.
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