नई दिल्ली: कोविड-19 संकट के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के बीच शब-ए-बारात समारोह को बुधवार रात पूरे देश में प्रतिबंधित कर दिया गया है और सभी राज्यों की पुलिस को इसे कड़ाई से लागू करने के आदेश दिए गए हैं ताकि किसी को भी इकठ्ठा होने की अनुमति न दी जाए.
हालांकि, सभी राज्य पुलिस ने यह सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है कि कानून और व्यवस्था बनाए रखी जाए, मुस्लिम समुदाय के नेता भी साथ आए हैं और लोगों से घर पर शब-ए-बरात मनाने और घर से प्रार्थना करने की अपील की है.
कुछ ने यह भी कहा है कि जो लोग आदेशों का उल्लंघन करते हैं और अपने घरों से बाहर आते हैं उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
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मुस्लिम नेताओं की अपील
दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जफरुल इस्लाम खान ने दिप्रिंट को बताया कि देशभर के मुसलमान घर के अंदर रहने के लिए सरकारी आदेशों का पालन करेंगे, क्योंकि यह उनकी ‘सामूहिक नैतिक जिम्मेदारी’ है.
खान ने कहा, ‘पूरे मुस्लिम नेतृत्व द्वारा संयुक्त अपील लोगों से यह कहते हुए की गई थी कि कोविड-19 स्थिति के कारण किसी को रात में अपने घरों से बाहर नहीं आना चाहिए.’
‘यह एक रातभर चलने वाला त्यौहार है, जहां लोग कब्रिस्तानों और मस्जिदों में अपने प्रियजनों के लिए प्रार्थना करने जाते हैं. लेकिन इस बार उन्हें कुरान पढ़ने और अपने घरों से प्रार्थना करने के लिए कहा गया है. बताया गया है कि यह उनकी सुरक्षा के लिए है और उन्हें आदेशों का पालन करना चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘यह एक देशव्यापी आह्वान है कि सभी मुसलमानों को दिल्ली, कर्नाटक, मुंबई, पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों में घर के अंदर रहना चाहिए.
जमीयत उलमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने भी मुस्लिम समुदाय के सदस्यों से घर पर त्यौहार मनाने की अपील की है.
उन्होंने कहा, पूरी रात बेहतर माहौल में नमाज घर में अदा की जा सकती है. मदनी ने कहा कि हर शब-ए-बारात पर कब्रिस्तानों की जरूरत नहीं है.
उन्होंने कहा, सामान्य समय में भी घर से बाहर निकलना शोर करना और देर रात सड़क पर अराजकता पैदा करना, न केवल इस्लाम की शिक्षाओं के खिलाफ है, बल्कि कानून का उल्लंघन भी है. वर्तमान कोविड-19 संकट में इस तरह की गतिविधियां गलत हैं और एक बड़ा अपराध हो सकती है. कोविड-19 महामारी के मद्देनजर दिए गए सभी दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए और लोगों की सुरक्षा के लिए सामाजिक दूरी बनाए रखना चाहिए.’
मस्जिदों के इमामों, स्थानीय प्रभावशाली व्यक्तियों और जमीयत उलमा-ए-हिंद इकाइयों के पदाधिकारियों को भी सलाह दी गई है कि वे नौजवानों से कहें कि वे वाहनों पर न घूमें और न ही पटाखे फोड़ें.
मदनी ने कहा, ‘लोगों को घर से नमाज पढ़ने और दुआ, पश्चाताप के साथ अल्लाह से माफी मांगने के लिए कहा गया है. विशेष रूप से देश की भलाई के लिए नमाज पढ़ें ताकि हमारे देश को इस घातक वायरस से छुटकारा मिले.’
कश्मीर में भी श्रीनगर के जिला मजिस्ट्रेट डॉ. शाहिद इकबाल चौधरी ने एक आदेश जारी किया, जिसमें शब-ए-बारात पर सभी प्रकार की धार्मिक सभाओं और सार्वजनिक आंदोलन को प्रतिबंधित किया गया है.
पुलिस की व्यापक गश्त और तैनाती
सभी राज्यों की पुलिस को व्यापक रात्रि गश्त करने और उचित तैनाती के लिए कहा गया है ताकि कोई भी भीड़ न जमा हो.
दिल्ली पुलिस के एक सूत्र ने कहा, ‘हम दिल्ली में तबलीग़ी जमात की घटना के बाद अब अतिरिक्त सतर्क हैं जो बीमारी का एक प्रमुख वेक्टर बन गया है. हमें निर्देश दिया गया है कि किसी भी धार्मिक स्थान पर कोई भी सभा न होने दें. चूंकि आज शब-ए-बारात है, हमारी सारी मैन पॉवर जमीन पर होगी.’
सूत्र ने कहा, ‘व्यापक गश्त की जाएगी, मस्जिदों और कब्रिस्तानों के पास तैनाती बढ़ाई गई है. सभी पुलिस थानों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा गया है ताकि कोई भी रात में अपने घर से न निकल सके.’
पुलिस अधिकारियों ने राज्यों के मुस्लिम समुदाय के नेताओं के साथ बैठकें की हैं.
दिल्ली पुलिस के एक अन्य सूत्र ने कहा, ‘लोगों को समझाने के लिए, हमने मुस्लिम नेताओं के साथ विस्तृत बैठकें कीं हैं और उनसे लोगों से बात करने और अपने घरों से न निकलने के लिए मनाने को कहा है. सभी नेता बोर्ड में थे और उसी के अनुसार निर्देश जारी किया है.
दिल्ली में, पुलिस ने भारी मुस्लिम आबादी वाले एरिया में पोस्टर चिपकाए हैं, और नियमित रूप से घोषणाएं भी कर रहे हैं, लोगों से घर के अंदर रहने और वहीं प्रार्थना करने का आग्रह कर रहे हैं.
दूसरे सूत्र ने कहा, ‘हम यह तय करेंगे कि कोई भी अपने घरों से बाहर न जाए.’
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‘आदेश तोड़ने वाले के गिरफ्तार करो’
खान ने कहा कि सभी को कहा है जो कोई भी घर के अंदर रहने के आदेश का उल्लंघन करता है, उसे गिरफ्तार करें और दंडित करें.
उन्होंने कहा, ‘हमने पुलिस और सरकार को अपना पूरा समर्थन दिया है. हमने पुलिस से कहा है कि अपने घर से बाहर निकलकर आदेशों का उल्लंघन कर जश्न मनाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे. हम इस तरह के कदम के खिलाफ नहीं होंगे; यह पूरे मुस्लिम समुदाय का सामूहिक फैसला है.’
पुलिस ने यह भी कहा कि उन्हें आदेशों का उल्लंघन करते हुए किसी के खिलाफ कार्रवाई करने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं.
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हम जो भी बाहर निकलने और इकट्ठा होने का प्रयास करेगा उसके खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई करेंगे. किसी को भी बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जाएगी, न ही बाइक और न ही गाड़ी से.
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