नयी दिल्ली, 10 मई (भाषा) दिल्ली पुलिस ने आपातकालीन तैयारियों को तेज कर दिया है, जिनमें हवाई हमलों के दौरान आश्रय के तौर पर काम आ सकने वाले तहखानों की पहचान करना और तेजी से निकासी सुनिश्चित करने के लिए बच्चों व बुजुर्गों की सूची तैयार करना शामिल है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि सभी जिला इकाइयों को सुरक्षित आश्रय स्थलों, विशेषकर आवासीय, व्यावसायिक भवनों व मेट्रो स्टेशनों के बेसमेंट की पहचान करने और उन्हें चिन्हित करने के निर्देश दिए गए हैं, जहां हवाई हमले या मिसाइल हमले की स्थिति में लोग शरण ले सकें।
बच्चों और बुजुर्गों समेत संवेदनशील व्यक्तियों की सूची तैयार करने के लिए विभिन्न इलाकों में एक विशेष अभियान भी शुरू किया गया है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘इसका उद्देश्य उन लोगों तक त्वरित पहुंच सुनिश्चित करना है, जिन्हें आपात स्थिति के दौरान सहायता की आवश्यकता हो सकती है। इस डेटा से पुलिस और नागरिक सुरक्षा कर्मियों को तेज व अधिक प्रभावी ढंग से कार्य करने में मदद मिलेगी।’
पुलिस ने कहा कि नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों, निवासी कल्याण संघों (आरडब्ल्यूए) और स्थानीय बीट कांस्टेबलों को जमीनी कार्य के समन्वय के लिए शामिल किया गया है।
पुलिस ने बताया कि उन्हें इस बारे में जागरूकता पैदा करने का काम सौंपा गया है कि यदि सायरन बजता है तो किस प्रकार प्रतिक्रिया करनी है, इन उपायों में सुरक्षित स्थानों पर छिपना, खुले स्थानों पर जाने से बचना तथा पुलिस की सलाह का पालन करना शामिल है।
एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘दिल्ली पुलिस न केवल त्वरित प्रतिक्रिया व्यवस्था कायम करने पर काम कर रही है, बल्कि हवाई हमलों की स्थिति में बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी लोगों को सक्रिय रूप से शिक्षित कर रही है।’
भाषा
जोहेब पवनेश
पवनेश
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