scorecardresearch
Saturday, 16 November, 2024
होमदेशदोस्त की बेटी से रेप मामले में दिल्ली पुलिस ने आरोपी पर लगाया POSCO एक्ट, पत्नी सहित गिरफ्तार, सस्पेंड

दोस्त की बेटी से रेप मामले में दिल्ली पुलिस ने आरोपी पर लगाया POSCO एक्ट, पत्नी सहित गिरफ्तार, सस्पेंड

पुलिस ने आरोपी और उसकी पत्नी दोनों को गिरफ्तार किया है. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अधिकारियों से तुरंत मामले की डिटेल मांगी है.

Text Size:

नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दोस्त की नाबालिग बेटी के साथ रेप के आरोपी महिला एवं बाल विकास विभाग के डिप्टी डायरेक्टर को उनके पद से सस्पेंड कर दिया है. साथ ही दिल्ली पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके ऊपर पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है.

रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी अधिकारी और पीड़िता के पिता के बीच पहले दोस्ती थी, लेकिन साल 2020 में पीड़िता के पिता की मृत्यु हो गई. पीड़िता आरोपी को मामा कहकर बुलाती थी. पिता के मृत्यु के बाद उसकी मां ने आरोपी के पास अपनी बेटी को भेजा था क्योंकि वह उसे अपना मुंह बोला भाई मानती है, ताकि पिता के मौत के बाद उसे सहारा मिल सके. इसी दौरान आरोपी ने उसके साथ कई महीनों तक रेप किया और बाद में जब युवती गर्भवती हो गई तो उसका गर्भपात भी करवा दिया. इसका उसपर इतना बुरा असर पड़ा कि उसे पैनिक अटैक आने लगे. इसी दौरान उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उसने डॉक्टर से सारी बाते बताई.

पुलिस ने आरोपी और उसकी पत्नी दोनों को गिरफ्तार किया है. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अधिकारियों से तुरंत मामले की डिटेल मांगी है.

‘मां मानती थी भाई, बेटी के साथ करता रहा रेप’

रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी प्रेमोदय खाखा और पीड़िता के पिता के बीच काफी गहरी दोस्ती थी. पीड़िता की मां आरोपी को अपना मुंह बोला भाई मानती थी. दोनों परिवारों के बीच काफी मेलमिलाप था. साल 2020 में अचानक से पीड़िता के पिता का निधन हो गया. इसके बाद पीड़िता खाखा के बुराड़ी स्थित घर में आकर रहने लगी जहां आरोपी ने नवंबर 2020 से लेकर जनवरी 2021 तक उसके साथ रेप किया. इतने दिनों तक पीड़िता के साथ रेप होता रहा लेकिन किसी को भी इसकी भनक नहीं लगी. लेकिन बात तब फैली जब पीड़िता गर्भवती  हो गई और आरोपी ने उसका गर्भपात करवा दिया, जिसके बाद से उसकी तबीयत लगातार खराब रहने लगी. कुछ दिन पहले ही पीड़िता अपने मां के पास लौटी है.

पुलिस के मुताबिक पीड़िता की तबीयत काफी खराब है और वह मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान देने में भी सक्षम नहीं है.  हालांकि, पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि लड़की जब ठीक महसूस करे तभी वह अपना बयान दें.


यह भी पढ़ें: न पेंशन, न कोई मान्यता- सैन्य प्रशिक्षण के दौरान घायल प्रशिक्षु अधिकारी का जीवन मुश्किल में बीतता है


 

share & View comments