नयी दिल्ली, 23 अगस्त (भाषा) दिल्ली पुलिस ने बाहरी-उत्तरी दिल्ली के बवाना स्थित एक होटल से नवीन बाली गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद किया। यहां एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि इस बरामदगी और गिरफ्तारी से पुलिस ने गैंगवार (गिरोहों के बीच लड़ाई) को टाल दिया।
अधिकारी ने बताया कि राजेश बवानिया और नवीन बाली गिरोहों के बीच मौजूदा समय में प्रतिद्वंद्विता है, जिसके तहत आरोपी हत्या की साजिश रच रहे थे।
पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) हरेश्वर ने कहा, ‘‘स्वतंत्रता दिवस पर पुलिस ने बवाना स्थित एक होटल के बाहर एक मोटरसाइकिल खड़ी देखी, जिसके काफी समय से वहां खड़े रहने पर पुलिस को संदेह हुआ। पूछताछ में पता लगा कि होटल का मालिक तीन दिनों से वहीं रह रहा था।’’
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) ने बताया कि होटल के कमरे की तलाशी लिए जाने पर वहां तीन लोग संदिग्ध परिस्थितियों में पाए गए, जिनके पास एक पिस्तौल के साथ 11 कारतूस और एक अन्य पिस्तौल के साथ तीन कारतूस थे।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पूठ खुर्द निवासी अंजार आलम (20) और रितिक (20) तथा पंजाब के गुरदासपुर निवासी राजेश कुमार उर्फ सरदार (28) के रूप में हुई है।
अधिकारी ने बताया, ‘‘अंजार की निशानदेही पर तलाशी में एक और पिस्तौल, दो मैगजीन और 13 कारतूस बरामद हुए।’’
पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच से पता लगा है कि आरोपी 2023 में अजय उर्फ बहादुर और इस साल जनवरी में धर्मवीर उर्फ बिल्लू की हत्या का बदला लेने के मकसद से साजिश रच रहे थे।
अधिकारी ने कहा, ‘‘रितिक को उनकी रेकी करने की जिम्मेदारी दी गई थी, जिन्हें निशाना बनाया जाना था, जबकि अंजार और राजेश को हत्या को अंजाम देने का काम सौंपा गया था। वे गिरोह के सरगना हिमांशु भाऊ के लगातार संपर्क में थे, जो फिलहाल विदेश में छिपा हुआ है और जिसने साजिश को अंजाम देने के लिए 70 हजार रुपये भी भेजे थे।’’
पुलिस ने बताया कि जांचकर्ताओं ने मोबाइल फोन जब्त किए, जिसमें आपत्तिजनक चैट थी और रेकी के लिए इस्तेमाल की गई एक मोटरसाइकिल भी बरामद की है।
डीसीपी ने बताया कि आरोपियों का कोई पिछला आपराधिक इतिहास नहीं है।
उन्होंने बताया कि बवाना थाने में एक मामला दर्ज कर लिया गया है।
भाषा यासिर दिलीप
दिलीप
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