नयी दिल्ली, एक सितंबर (भाषा) दिल्ली के कालकाजी मंदिर में 35 वर्षीय सेवादार की हत्या के सिलसिले में अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि शुक्रवार रात प्रसाद बांटने को लेकर आरोपियों से हुए विवाद के बाद सेवादार योगेंद्र सिंह की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस के मुताबिक, ‘चुन्नी प्रसाद’ नहीं देने पर आरोपियों ने सिंह पर लात-घूंसे बरसाए और लाठियों से पीटा।
सिंह करीब 15 साल से मंदिर में सेवारत थे और उन्होंने दिन में प्रसाद खत्म होने पर आरोपियों को ‘चुन्नी प्रसाद’ देने से मना किया था।
पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी अतुल पांडे समेत अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
अतुल को स्थानीय लोगों ने मौके पर ही पकड़ लिया था।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पूर्व) हेमंत तिवारी ने बताया कि अन्य आठ लोगों में कुलदीप बिधूड़ी (20), मोहन बिधूड़ी उर्फ भूरा (19), नितिन पांडे (27), संदीप बिधूड़ी (33), मोनू कांगर (31), रोहित बिधूड़ी (24), अनिल पांडे (46) और बाबू (40) शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि नितिन के पिता अनिल और बाबू को हमलावरों को शरण देने व आपराधिक साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
पुलिस उपायुक्त ने बताया, “टीमें सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही हैं, तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण कर रही हैं और बाकी संदिग्धों की पहचान करने व उन्हें गिरफ्तार करने के लिए कई लोगों से पूछताछ कर रही हैं। हम हमले में शामिल सभी लोगों को जल्द ही गिरफ्तार कर लेंगे। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।”
एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जांच में स्थानीय प्रभुत्व का एक ‘पैटर्न’ भी सामने आया है क्योंकि कई आरोपी तुगलकाबाद गांव के रहने वाले हैं और एक-दूसरे के रिश्तेदार हैं।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस उनके आपराधिक इतिहास की जांच कर रही है और यह भी पता लगा रही है कि क्या घटना के बाद उन्हें भागने में किसी और ने मदद की थी।
उन्होंने बताया, “मामले में और गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है। मामले की जांच प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है।”
भाषा जितेंद्र अविनाश
अविनाश
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