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शुक्रवार, 27 जून, 2025
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दिल्ली के मंत्री राजकुमार आनंद ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया, आम आदमी पार्टी भी छोड़ी

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(फोटो के साथ)

नयी दिल्ली, 10 अप्रैल (भाषा) दिल्ली के मंत्री राजकुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी (आप) के भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे होने का आरोप लगाते हुए बुधवार को मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया और पार्टी भी छोड़ दी।

समाज कल्याण समेत विभिन्न विभाग संभालने वाले आनंद ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि पार्टी में दलितों को कोई प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह पार्टी दलित विधायकों, पार्षदों और मंत्रियों का सम्मान नहीं करती। ऐसे में सभी दलित ठगा हुआ महसूस करते हैं। हम एक समावेशी समाज में रहते हैं, लेकिन अनुपात के बारे में बात करना गलत नहीं है। इन सभी चीजों के साथ मेरे लिए पार्टी में बने रहना मुश्किल है। इसलिए मैं पद से इस्तीफा दे रहा हूं।’’

उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी कटाक्ष किया। केजरीवाल आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद तिहाड़ जेल में हैं।

आम आदमी पार्टी ने दावा किया कि आनंद के इस्तीफे ने उसके इस रुख की पुष्टि की है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का उद्देश्य पार्टी को खत्म करना था और भाजपा पर उसके मंत्रियों और विधायकों को ‘तोड़ने’ के लिए ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।

भाजपा ने पलटवार करते हुए दावा किया कि मंत्री के इस्तीफे से आप के उस ‘‘भ्रष्ट तरीकों का पता चलता है कि कैसे पूरी पार्टी माफियाओं की तरह वसूली करती है’’।

आनंद के इस्तीफे के तौर पर पार्टी को ताजा झटका दिल्ली उच्च न्यायालय के उस फैसले के एक दिन बाद लगा है, जिसमें अदालत ने दिल्ली की आबकारी नीति से जुड़े मामले में मुख्यमंत्री केजरीवाल की गिरफ्तारी को सही ठहराया है।

आनंद ने संवाददाताओं से कहा, ‘आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। हालात को देखते हुए मेरे लिए इस पार्टी में रहना मुश्किल हो गया है। इसलिए आपके माध्यम से मैं बताना चाहता हूं कि मैं इस पार्टी और अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं।’

पटेल नगर सीट से विधायक आनंद ने कहा, ‘जंतर मंतर से, अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि राजनीति बदलते ही देश बदल जाएगा। राजनीति नहीं बदली है, लेकिन राजनीतिज्ञ बदल गए हैं।’

अपने इस्तीफे के समय के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में आनंद ने कहा, ‘समय की बात रहने दीजिए। कल तक हम यही समझ रहे थे कि हमें फंसाया जा रहा है, लेकिन उच्च न्यायालय के फैसले के बाद ऐसा लगता है कि हमारी ओर से कुछ गड़बड़ है।’

दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को केजरीवाल की गिरफ्तारी और उसके बाद हिरासत को बरकरार रखते हुए कहा था कि बार-बार समन जारी करने और जांच में शामिल होने से इनकार करने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पास ‘थोड़ा विकल्प’ बचा था।

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुघ ने कहा कि इस्तीफा बताता है कि लोग पार्टी (आप) में घुटन महसूस कर रहे हैं, क्योंकि उन्होंने भ्रष्टाचार को संस्थागत बना दिया है।

‘आप’ के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि भाजपा ‘‘हमारे मंत्रियों और विधायकों को तोड़ने’’ के लिए ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह ‘आप’ के मंत्रियों और विधायकों की अग्निपरीक्षा है।’’

सिंह ने कहा कि हालांकि इस्तीफे से पार्टी के कुछ कार्यकर्ता हतोत्साहित हो सकते हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी काफी हद तक संगठन को तोड़ने की कोशिशों के खिलाफ मजबूती से खड़ी रहेगी।

दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि आनंद को आप छोड़ने की धमकी दी गई होगी।

भारद्वाज ने कहा, ‘‘हमने बार-बार कहा कि अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने के पीछे का इरादा आम आदमी पार्टी और दिल्ली एवं पंजाब की सरकारों को तोड़ना है। हमारे कई सहयोगियों को लगेगा कि हम राजकुमार (आनंद) से नफरत करते हैं और उन्हें बेईमान और धोखेबाज कहेंगे। (लेकिन) हम ऐसा नहीं करेंगे और ऐसी कोई बात नहीं कहेंगे…।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हर कोई संजय सिंह नहीं है। मेरा मानना है कि वह डरे हुए थे।’

भाषा सुरेश धीरज

धीरज

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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