नयी दिल्ली, 30 मई (भाषा) नोएडा से दिल्ली के महिपालपुर जा रहे पूरी तरह से बंद एक कूरियर वाहन से चार लोगों ने 12 लाख रुपये से अधिक मूल्य के 38 मोबाइल फोन कथित तौर पर चुरा लिए। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
एक आरोपी जितेन्द्र कुमार (27) को गिरफ्तार कर लिया गया जबकि वैन के चालक कुलदीप, केशव और मेहसाणा सहित तीन चोर फरार हैं। जितेन्द्र एक आदतन अपराधी है, जो पहले भी चोरी के दो मामलों में शामिल रहा है।
जितेन्द्र ने गुरुग्राम में आठ लैपटॉप और नोएडा में 180 फोन चोरी करने के मामले में आरोपी है।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) सुरेंद्र चौधरी ने बताया, “यह घटना 22 अप्रैल को उस समय सामने आई जब एक शिकायतकर्ता ने बताया कि नोएडा से महिपालपुर भेजे गए 1,019 में से 38 मोबाइल फोन गायब हैं।”
उन्होंने बताया कि दिलचस्प बात यह है कि सीलबंद बक्सों में से किसी पर भी टूट या छेड़छाड़ का कोई निशान नहीं था।
अधिकारी ने बताया कि वसंत कुंज उत्तर थाने में मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि तकनीकी सबूत और गुप्त सूचना के आधार पर जितेन्द्र को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया।
अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि चोरी की वारदात को कंपनी के अंदर काम करने वाले की मदद से अंजाम दिया गया।
उन्होंने बताया कि कूरियर वैन का चालक कुलदीप साजिश का कथित तौर पर हिस्सा था और उसने जितेन्द्र को इसकी जानकारी दी थी।
अधिकारी ने बताया, “जितेन्द्र अपने साथियों केशव और मेहसाणा के साथ कूरियर वैन में घुस गया। जब गाड़ी चल रही थी, तो उन्होंने चुपके से सील तोड़ दी, चुनिंदा कार्टन खोले और 38 फोन निकाल लिए। डिब्बों को फिर से सील करने के बाद, वे बिना किसी को पता लगे गाड़ी से बाहर निकल गए।”
उन्होंने बताया कि जितेन्द्र ने खुलासा किया कि चोरी किए गए फोन को फिर से बेचने के लिए रायपुर (छत्तीसगढ़), अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) और बांसवाड़ा (राजस्थान) सहित विभिन्न स्थानों पर भेजा गया था।
अधिकारी ने बताया कि जितेन्द्र की आठ दिनों की पुलिस हिरासत के दौरान, फरीदाबाद, दिल्ली, अलीगढ़, बांसवाड़ा और रायपुर में कई जगह छापेमारी की गयी, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 12 लाख रुपये मूल्य के चोरी किए गए 31 फोन बरामद हुए।
भाषा जितेंद्र माधव
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