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गुरूवार, 29 मई, 2025
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दिल्ली: परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार लोग गिरफ्तार

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नयी दिल्ली, 26 मई (भाषा) दिल्ली पुलिस ने सरकारी नौकरी की परीक्षा में नकल करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए ग्रेटर कैलाश के एक परीक्षा केंद्र से एक फर्जी अभ्यर्थी, स्कूल के एक शिक्षक, एक कार्यालय अधीक्षक और एक महिला को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने एक बयान में बताया कि आरोपियों ने जवाहर नवोदय विद्यालय (जेएनवी) समिति के तहत ‘जूनियर सेक्रेटेरिएट अटेंडेंट’ पद के लिए परीक्षा में फर्जी अभ्यर्थी को असली आवेदक की जगह बैठाने में कथित तौर पर मदद की।

पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान फर्जी अभ्यर्थी सुमित दहिया (29), परीक्षा केंद्र के स्कूल में भौतिकी के शिक्षक बिमल कुमार सिंह (59), स्कूल के कार्यालय अधीक्षक बलजीत सिंह (50) और दिल्ली के कंझावला की 40 वर्षीय महिला को भी गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस ने बताया कि स्कूल स्टाफ से जुड़ी महिला ने असली अभ्यर्थी अंकुर के दस्तावेजों का इस्तेमाल कर दहिया को परीक्षा हॉल में प्रवेश दिलाने के लिए उनके साथ कथित तौर पर समन्वय किया।

पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अंकित चौहान ने बयान में बताया, “मामला 18 मई को उस समय प्रकाश में आया, जब ग्रेटर कैलाश थाने की एक टीम को हेमकुंट कॉलोनी के एक निजी स्कूल में नकल करने के प्रयास के बारे में सूचना मिली, जहां सीबीएसई भर्ती परीक्षा आयोजित कर रहा था।”

अधिकारी ने बताया कि मौके पर पहुंचने के बाद स्कूल के प्राचार्य ने पुलिस को संदिग्ध रूप से की जा रही नकल के बारे में सूचित किया।

पुलिस ने बताया कि सत्यापन के बाद पता चला कि दहिया, अंकुर नाम के अभ्यर्थी की जगह परीक्षा में बैठा था और इसके बाद मामला दर्ज किया कर दहिया को हिरासत में ले लिया गया।

पुलिस के मुताबिक, दहिया ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि असली अभ्यर्थी अंकुर की जगह परीक्षा में बैठने के लिए उसे एक बिचौलिए ने छह लाख रुपये देने का वादा किया था।

अधिकारी ने बताया, “दहिया ने अपनी एक परिचित महिला से संपर्क किया, जिसका स्कूल स्टाफ से पहले से संबंध था और आरोपी ने उसे परीक्षा हॉल में प्रवेश दिलाने के लिए दो लाख रुपये की पेशकश की।”

उन्होंने बताया, “इसके बाद महिला ने बिमल कुमार सिंह और बलजीत सिंह से संपर्क किया और साजिश में मदद करने के लिए उन्हें 50-50 हजार रुपये दिए।”

पुलिस ने बताया कि महिला ओपन स्कूल की परीक्षा में छात्रों को प्रवेश दिलाने में मदद करने के लिए जानी जाती है और उसके स्कूल प्रबंधन से पहले से ही संबंध थे।

पुलिस के मुताबिक, महिला ने फर्जी अभ्यर्थी को स्कूल के लोगों से जोड़ने में अहम भूमिका निभाई।

पुलिस ने बताया कि दहिया के खुलासे के आधार पर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस के मुताबिक, असली अभ्यर्थी अंकुर और सौदा तय करने वाले बिचौलिए को गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं।

पुलिस ने बताया कि हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला दहिया 12वीं पास है और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है।

पुलिस के मुताबिक, सीबीएसई ने हेमकुंट कॉलोनी में स्थित, जिस स्कूल को भर्ती अभियान के परीक्षा केंद्र के रूप में नामित किया था, वह एक निजी संस्थान है।

पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है।

भाषा जितेंद्र माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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