नई दिल्ली: कोविड-19 के कारण अस्पताल में भर्ती उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया डेंगू से भी पीड़ित पाए गए है. सरकारी अस्पताल में कोविड-19 संक्रमण का उपचार करा रहे दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की हालत स्थिर है और अगले कुछ दिन में संक्रमण को लेकर फिर से उनकी जांच की जाएगी.
अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि के बाद सिसोसिया घर में पृथक-वास में थे. इसके बाद उन्हें बुधवार को लोकनायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती कराया गया.
अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा, ‘वह कल से गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में हैं, लेकिन उनकी हालत स्थिर है. मंत्री को ऑक्सीजन की मदद दी जा रही है और उनके स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी रखी जा रही है.’
एलएनजेपी अस्पताल, कोविड-19 के मरीजों के लिए एक निर्दिष्ट अस्पताल है. डॉक्टर ने कहा, ‘कुछ दिनों में उनकी आरटी-पीसीआर जांच कराई जाएगी.’
यह पूछे जाने पर कि क्या सिसोदिया को कोई अन्य रोग भी हैं, डॉक्टर ने कहा, ‘उन्हें हाइपरटेंशन है.’
आम आदमी पार्टी के 48 वर्षीय नेता को बुखार और ऑक्सीजन के स्तर में कमी बाद बुधवार को अस्पताल में भर्ती किया गया था. एक वीडियो मैसेज में सिसोदिया ने एलएनजेपी अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की.
उन्होंने कहा, ‘मुझे एलएनजेपी अस्पताल लाया गया क्योंकि इसकी जरूरत महसूस की गयी थी. लेकिन यहां के डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों का मनोबल देखकर उपमुख्यमंत्री के नेता मैं कहूंगा कि यह बहुत उत्साहजनक है.’
उन्होंने कहा, ‘यहां पर शानदार व्यवस्था है और मुझे इस पर गर्व है. अगर कोरोना वायरस के समय में आपको किसी भी तरह की चिकित्सा की जरूरत है तो एलएनजेपी में बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलेगी.’
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा, ‘उन्हें एहतियात के तौर पर भर्ती किया गया था क्योंकि उनके शरीर का तापमान उच्च बना हुआ था और उनमें ऑक्सीजन का स्तर थोड़ा कम हो गया था.’
कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के कारण सिसोदिया 14 सितंबर को दिल्ली विधानसभा के एक दिवसीय सत्र में हिस्सा नहीं ले पाए थे. सिसोदिया के पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी संक्रमित हो गए थे. जैन जून में संक्रमित हुए थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था.