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नयी दिल्ली, चार मार्च (भाषा)दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को पूर्ववर्ती आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के स्वास्थ्य मॉडल पर निशाना साधते हुए इसे ‘शून्य’ बताया और आप के कार्यकाल के दौरान सरकारी अस्पतालों में बड़े पैमाने पर कुप्रबंधन का आरोप लगाया।
गुप्ता ने गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल के दौरे के दौरान दावा किया कि यह अस्पताल अप्रयुक्त चिकित्सा उपकरणों और अधूरे अस्पताल के बुनियादी ढांचे के साथ ‘‘डंपिंग ग्राउंड’’ में बदल गया है।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘कोविड-19 महामारी के बाद से यहां का गोदाम पूरी तरह भर गया है। आज भी 458 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 146 वेंटिलेटर, 36000 पीपीई किट, मल्टीपैरा मॉनिटर, मास्क और अन्य चिकित्सा आपूर्ति बेकार पड़ी हैं। यह सिर्फ जीटीबी अस्पताल का ही नहीं, बल्कि दिल्ली भर के कई अस्पतालों का मामला है।’’
उन्होंने दावा किया कि अस्पताल की इमारतों का निर्माण उचित योजना के बिना किया गया, जिससे फिजूलखर्ची हुई।
गुप्ता ने कहा, ‘‘आप सरकार ने अस्पतालों के अंदर सात ढांचे बनाए, पार्किंग स्थल और खेल मैदानों को इमारतों में बदल दिया जो चिकित्सा सुविधा के मापदंडों को पूरा नहीं करते। ये तथाकथित ‘अर्ध-स्थायी ढांचे’ केवल 60 प्रतिशत ही पूरे हुए हैं और अगर इन पर 2,500 करोड़ रुपये और खर्च किए जाएं तो भी इनका कोई उपयोग नहीं होगा।’’
मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि अस्पताल के कर्मचारियों को छह महीने से वेतन नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली के अस्पतालों की स्वास्थ्य एवं प्रबंधन प्रणाली खुद बीमार है। ऐसी स्थिति में अस्पताल कैसे काम करेंगे।’’
गुप्ता ने पूर्ववर्ती आप सरकार पर शासन में विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘आप का स्वास्थ्य और शिक्षा मॉडल शून्य के अलावा कुछ नहीं है। उनका शासन वास्तविक काम के लिए नहीं बल्कि प्रचार के बारे में है।’’
गुप्ता ने सोमवार को आप के शासनकाल के दौरान राजधानी में सार्वजनिक स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य सेवाओं के प्रबंधन पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट को लेकर आप पर निशाना साधा था और इसे ‘‘व्यापक भ्रष्टाचार का पर्दाफाश’’ बताया था।
भाषा धीरज माधव
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