नयी दिल्ली, पांच जुलाई (भाषा) दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी (आप) विधायकों के दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) कर्मचारियों के स्थानांतरण और नियुक्ति मामले को लेकर केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने के कारण सदन की कार्यवाही मंगलवार को कुछ समय के लिए स्थगित कर दी गई।
इस मामले में आप के दो विधायक सुल्तानपुर माजरा से मुकेश अहलावत और बुराड़ी से संजीव झा केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की जांच के घेरे में आ गए हैं।
सीबीआई अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि रिश्वतखोरी के एक मामले में गिरफ्तार डीटीसी के उप मुख्य महाप्रबंधक शकील अहमद ने पूछताछ के दौरान दावा किया कि कई विधायक ड्राइवरों और अन्य डीटीसी कर्मचारियों के स्थानांतरण और नियुक्ति से संबंधित मुद्दों में हस्तक्षेप करते थे।
अधिकारियों ने दावा किया कि समझा जाता है कि अहमद ने जांच अधिकारियों को बताया कि दोनों विधायकों ने उन्हें नियुक्ति को प्रभावित करने के लिए पत्र लिखा था।
झा ने मंगलवार को विधानसभा में यह मामला उठाया और कहा कि हो सकता है कि उन्होंने एक जन प्रतिनिधि के रूप में अपनी क्षमता से पत्र लिखे हों।
उन्होंने कहा, ‘‘एक विधायक के तौर पर हम उन लोगों के काम के संदर्भ में पत्र लिखते हैं जो मदद के लिए हमारे पास आते हैं। अगर हम लोगों से जुड़े मामलों के लिए पत्र भी नहीं लिख सकें तो जनप्रतिनिधि होने का क्या मतलब है।’’
इसके बाद पार्टी के विधायक सदन के बीचों बीच आ गए और नारेबाजी करने लगे। सदन के बीचों बीच नारेबाजी जारी रहने के कारण उप विधानसभा अध्यक्ष राखी बिड़ला ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
भाषा सुरभि प्रशांत
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