नयी दिल्ली, 15 अप्रैल (भाषा) दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 (टी-1) पर मंगलवार को तकनीकी गड़बड़ी के कारण ‘चेक-इन’ के दौरान सामान जमा करने की प्रक्रिया कुछ देर के लिए प्रभावित हुई, लेकिन इससे उड़ानों के संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा। दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (डीआईएएल) ने यह जानकारी दी।
यह गड़बड़ी मंगलवार को ऐसे समय में हुई, जब टर्मिनल-2 (टी-2) को रखरखाव संबंधी कार्यों के लिए बंद कर दिया गया था और उससे सभी परिचालन टी-1 पर स्थानांतरित कर दिया गया था।
डीआईएएल ने अपराह्न दो बजकर 22 मिनट पर ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “हमें टी-1 पर तकनीकी समस्या का सामना करना पड़ा, जिससे ‘चेक-इन’ के दौरान सामान जमा करने की प्रक्रिया कुछ समय के लिए धीमी हो गई। हालांकि, इससे उड़ानों का संचालन प्रभावित नहीं हुआ। हितधारकों के साथ हमारी टीम ने इस पर काम किया और अब परिचालन सामान्य हो गया है। थोड़ी देर के लिए हुई असुविधा के लिए हमें खेद है।”
डीआईएएल ने अपराह्न 12 बजकर 50 मिनट पर ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में टी-1 पर सामान के चेक-इन में तकनीकी दिक्कत की जानकारी दी थी।
विमानन कंपनी इंडिगो ने ‘एक्स’ पर पूर्वाह्न 11 बजकर 51 मिनट पर किए गए एक पोस्ट में यात्रियों को सूचित किया कि टर्मिनल-1 पर ‘बैगेज बेल्ट’ में अस्थायी खराबी के कारण यात्रियों को ‘चेक-इन’ के दौरान और आगमन पर सामान जमा करते व लेते समय थोड़ी अधिक प्रतीक्षा अवधि का सामना करना पड़ सकता है।
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआईए) पर फिलहाल टी-1 और टी-3 पर परिचालन सुविधाएं उपलब्ध हैं। आईजीआईए पर कुल चार रनवे हैं, जिसमें से एक को रखरखाव संबंधी कार्यों के लिए फिलहाल बंद किया गया है।
टी-2 से सिर्फ इंडिगो और अकासा एयर की उड़ानें संचालित की जा रही थीं।
टी-1 सालाना चार करोड़, जबकि टी-3 साढ़े चार करोड़ यात्रियों का बोझ ढोने में सक्षम है। वहीं, टी-2 की वार्षिक क्षमता 1.5 करोड़ यात्रियों को संभालने की है।
आईजीआईए पर रोजाना लगभग 1,300 उड़ानें संचालित की जाती हैं।
भाषा पारुल दिलीप
दिलीप
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