नयी दिल्ली, 30 मई (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) की दिल्ली इकाई के प्रमुख सौरभ भारद्वाज ने शुक्रवार को कहा कि रेखा गुप्ता सरकार ने अपने पहले 100 दिनों में राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को निराश किया है।
उन्होंने सरकार के रिपोर्ट कार्ड को ‘झूठा’ और ‘भ्रामक’ करार दिया।
भारद्वाज ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के ‘अधूरे’ वादों को लेकर कई सवाल उठाए।
‘आप’ नेता ने पूछा कि सत्तारूढ़ पार्टी महिलाओं को 2,500 रुपये देने के अपने वादे को कब पूरा करेगी और वादे के अनुसार 10,000 बस मार्शलों को फिर से नौकरी पर क्यों नहीं रखा गया।
भारद्वाज ने संवाददाताओं से कहा, “दिल्ली में शरारती बच्चों की सरकार है। इसने खुद एक झूठा रिपोर्ट कार्ड तैयार किया है। लेकिन हमने असली रिपोर्ट कार्ड बनाया है, जिसमें उनकी विफलताएं लिखी हैं।”
उन्होंने निजी विद्यालयों में बढ़ी हुई फीस वापस लेने पर तत्काल कार्रवाई की मांग की और बच्चों को प्रताड़ित करने के आरोपी द्वारका स्कूल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने में देरी पर सवाल उठाया।
‘आप’ की दिल्ली इकाई के प्रमुख ने यह भी जानना चाहा कि सरकार द्वारका के निजी स्कूल को कब अपने अधीन लेगी।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को एक कार्यपुस्तिका का अनावरण किया, जिसमें पिछले 100 दिनों में उनकी सरकार की उपलब्धियों का ब्यौरा दिया गया और कहा गया कि लोगों की भलाई के लिए चौबीसों घंटे काम करना उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
‘काम करने वाली सरकार: 100 दिन सेवा के’ शीर्षक वाली इस कार्यपुस्तिका में दिल्ली सरकार द्वारा की गई विभिन्न पहल और परियोजनाओं पर प्रकाश डाला गया, जिसमें यमुना का कायाकल्प, आयुष्मान भारत का कार्यान्वयन, वय वंदना योजना, टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति को बढ़ावा देना और ई-बस खरीद शामिल है।
हालांकि, ‘आप’ इससे प्रभावित नहीं हुई।
भारद्वाज ने भाजपा सरकार पर अभिभावकों से प्रस्तावित शिक्षा अध्यादेश के प्रमुख प्रावधानों को छिपाने और निजी स्कूलों के साथ कथित तौर पर विवरण साझा करने का आरोप लगाया।
उन्होंने दावा किया, “भाजपा के मन में चोर है और सरकार गुप्त रूप से काम कर रही है। अगर इसे विधानसभा में पेश किया जाता, तो जनता को सच्चाई पता चल जाती। इसलिए इसे अध्यादेश के रूप में पारित किया जा रहा है।”
भाषा जितेंद्र पवनेश
पवनेश
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