नयी दिल्ली, 26 अप्रैल (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) ने शनिवार को भाजपा नीत दिल्ली सरकार पर हरित और कम प्रदूषित क्षेत्रों में चुनिंदा वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणालियां स्थापित करके प्रदूषण के आंकड़ों में हेरफेर करने का आरोप लगाया।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ये जनता को गुमराह करने के लिए फैलाए गए ‘झूठ’ हैं।
आप की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘चुनाव से पहले भाजपा ने प्रदूषण को लेकर खूब शोर मचाया। अखबारों में खूब खबरें और विज्ञापन छपे और खूब अफवाहें फैलाई गईं। अब भाजपा सरकार ने प्रदूषण को लेकर बहुत बड़ा घोटाला किया है। उन्होंने जंगलों और हरित क्षेत्रों में छह एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम लगाए हैं, ताकि प्रदूषण के आंकड़ों को कम किया जा सके।’
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार दिल्ली की वायु गुणवत्ता में कृत्रिम सुधार दिखाकर ‘जनता को मूर्ख बना रही है और उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है’।
भारद्वाज ने दावा किया कि तीन नए स्टेशन हरे-भरे परिसरों के अंदर लगाने का प्रस्ताव रखा गया है, जिनमें दक्षिण दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू), और पश्चिम दिल्ली में नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय (पश्चिम परिसर) शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि इनमें से एक स्टेशन सेंट्रल रिज के अंदर मालचा महल के पास इसरो अर्थ स्टेशन पर प्रस्तावित है, जबकि दो अन्य स्टेशनों की स्थापना अपेक्षाकृत हरे-भरे क्षेत्रों जैसे दिल्ली छावनी और पूर्वी दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेल क्रीड़ा परिसर में प्रस्तावित है।
उन्होंने आरोप लगाया कि जिन स्थानों से अधिक प्रदूषण का जानकारी मिलती है, वहां पर निगरानी प्रणालियों की उपेक्षा की जा रही है या उनमें छेड़छाड़ की जा रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि समग्र प्रदूषण के आंकड़े कम दिखें।
सिरसा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में दावा किया कि ‘आप’ ने ही सत्ता में रहते हुए इन छह स्थानों पर स्टेशन स्थापित करने का निर्णय था।
उन्होंने कहा, ‘भाजपा सरकार के निरंतर प्रयासों के कारण दिल्ली की हवा साफ हो रही है और प्रदूषण कम हो रहा है, लेकिन आप इसे बर्दाश्त नहीं कर सकी और झूठ बोलना शुरू कर दिया। जनता आपके सभी छल को समझती है और झूठ सच्चाई के सामने टिक नहीं सकता।’
भाषा जोहेब माधव
माधव
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