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Monday, 4 November, 2024
होमदेश‘सच्चाई बोलने की कीमत चुकाने को तैयार हूं’, राहुल गांधी ने खाली किया सरकारी बंगला

‘सच्चाई बोलने की कीमत चुकाने को तैयार हूं’, राहुल गांधी ने खाली किया सरकारी बंगला

कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर ‘मेरा घर आपका घर’ अभियान भी शुरू किया और पार्टी के नेताओं ने राहुल को अपने घर में आकर रहने के लिए आमंत्रित किया.

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नई दिल्ली: मानहानि के एक मामले में दोषसिद्धि को लेकर लोकसभा की सदस्यता गंवाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लुटियंस दिल्ली में स्थित अपना सरकारी बंगला शनिवार को खाली कर दिया और अपनी मां सोनिया गांधी के आवास पर रहने चले गए.

कांग्रेस ने कहा कि सरकार राहुल को एक आवास से निकाल सकती है, लेकिन वह करोड़ों भारतीयों के दिलों में बसते हैं.

पार्टी ने सोशल मीडिया पर ‘मेरा घर आपका घर’ अभियान भी शुरू किया और पार्टी के नेताओं ने राहुल को अपने घर में आकर रहने के लिए आमंत्रित किया.

शनिवार सुबह, राहुल पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी में 12, तुगलक लेन स्थित बंगले से अपने सभी सामान लेकर चले गए. वहां वे करीब दो दशक से रह रहे थे.

राहुल ने खाली किए गए आवास की चाभियां केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों को सौंप दी.

उन्होंने चाभियां सौंपने के बाद कहा, ‘‘हिंदुस्तान के लोगों ने मुझे 19 साल तक यह घर दिया, मैं उनका शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. यह सच बोलने की कीमत है और मैं सच बोलने के लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हूं.’’

फिलहाल राहुल अपनी मां सोनिया गांधी के 10 जनपथ स्थित आवास पर रहने गए हैं. राहुल ने कहा, ‘‘मैं कुछ समय के लिए 10 जनपथ पर रहूंगा, फिर हम कुछ पता लगाएंगे.’’

कर्नाटक के कोलार में राहुल द्वारा 2019 में की गई ‘‘मोदी सरनेम’’ संबंधी टिप्पणियों को लेकर मानहानि के एक मामले में सूरत की एक अदालत ने उन्हें दोषी करार दिया था और दो साल की कैद की सजा सुनाई थी, जिसके बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संसद की सदस्यता से अयोग्य ठहराए गये थे.

उन्होंने मजिस्ट्रेट अदालत के आदेश के खिलाफ सत्र अदालत का रुख किया था, लेकिन उनकी याचिका खारिज कर दी गई. उनकी दोषसिद्धि और अयोग्यता पर राहत मिलने से सरकारी बंगला में उनके लिए रहने का मार्ग प्रशस्त हो सकता था. यह आवास उन्हें वायनाड सांसद के तौर पर आवंटित किया गया था.

राहुल सत्र अदालत के आदेश के खिलाफ अब गुजरात हाईकोर्ट का रुख करेंगे.

प्रियंका गांधी ने भी राहुल गांधी की भावना को प्रतिध्वनित किया जब उन्होंने कहा कि उनके भाई पीड़ित थे क्योंकि उन्होंने सच बोला था.

प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ‘‘मेरा भाई जो कुछ भी कह रहा है वो सच है. वे उस सरकार के बारे में सच बोलता है जिससे वे पीड़ित है, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं.’’

कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा,‘‘यह देश राहुल गांधी जी का घर है. राहुल, जो लोगों के दिलों में बसते हैं.’’

पार्टी ने ‘मेरा घर आपका घर’ हैशटैग का उपयोग करते हुए कहा,‘‘राहुल, जिनका रिश्ता जनता से अटूट है. कोई उनमें अपना बेटा देखता है, कोई भाई, कोई अपना नेता… राहुल सबके हैं और सब राहुल के. यही कारण है आज देश कह रहा है- राहुल जी, मेरा घर-आपका घर.’’

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘वे आपको एक आवास से निकाल सकते हैं, लेकिन आपके लिए हमारे घरों और दिलों में हमेशा जगह रहेगी, राहुल जी. हम जानते हैं कि इस तरह की चीजें आपको लोगों की आवाज उठाने और सच बोलने से डिगा नहीं पाएंगी.’’

वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘वे अब यह घर किसी को भी दे सकते हैं. जिस तरह से मोदी सरकार और अमित शाह राहुल गांधी को निशाना बना रहे हैं, वो पूरी तरह से राजनीतिक प्रतिशोध है.’’

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि राहुल गांधी ने कभी पद की चिंता नहीं की, ना ही कभी सरकारी आवास की चिंता की. उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने (राहुल ने) कभी सिद्धांतों से समझौता नहीं किया.’’

पार्टी के सांसद शशि थरूर ने कहा, ‘‘लोकसभा सचिवालय के आदेश के चलते आज राहुल गांधी ने तुगलक लेन स्थित अपना आवास खाली कर दिया. अदालत ने अपील करने के लिए उन्हें 30 दिनों का समय दिया है और हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट अब भी उनकी संसद सदस्यता बहाल कर सकता है, लेकिन बंगला खाली करने के उनके कदम ने नियमों का उनके द्वारा सम्मान किए जाने को प्रदर्शित किया है.’’


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