वाराणसी: 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई काशी विश्वनाथ धाम परियोजना का उद्घाटन इस साल के अंत में होने वाला है. और परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए निर्माण कार्य रात में भी जोर-शोर से किया जा रहा है.
5 लाख वर्ग फुट के क्षेत्र में फैली इस परियोजना का उद्देश्य काशी विश्वनाथ मंदिर, शिव के मंदिर में जाने वाले तीर्थयात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करना है.
वास्तुकार बिमल पटेल द्वारा डिजाइन की गई परियोजना का उद्देश्य मंदिर में और उसके आसपास भीड़ को कम करना, पर्यटकों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करना, मौजूदा विरासत संरचनाओं को संरक्षित करना और काशी विश्वनाथ मंदिर को तीन सजाए गए द्वारों के माध्यम से गंगा घाटों से जोड़ना है. इस परियोजना पर 400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आने का अनुमान है.
परियोजना से जुड़े अधिकारियों ने कहा, उत्सव और शुभ अवसरों पर, जैसे महाशिवरात्रि या श्रावण के महीने के पहले सोमवार को, मंदिर और उसके आसपास एक दिन में 2-3 लाख से अधिक आगंतुक आते हैं. इस पुनर्विकास के साथ, मंदिर के आसपास अक्सर जमा होने वाली भीड़ और भीड़ कम हो जाएगी.
एक नई गंगा व्यू गैलरी भी परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.
पुनर्विकास को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के संस्कृति विभाग द्वारा सहायता प्रदान की जा रही है.
दिप्रिंट आपके लिए वाराणसी में निर्माण स्थल की तस्वीरें लेकर आया है.
(इसको अंग्रेज़ी में देखने के लिए यहां किल्क करें)