पुलिस अब भी मुंबई स्थित पत्रकार, सलोनी अरोड़ा को ढून्ढ रही है, जिन्हें कल्पेश याग्निक को ख़ुदकुशी के लिए उकसाने के जुर्म में बुक किया गया है
नई दिल्ली: वरिष्ठ पत्रकार, जिन्हें इसी महीने इंदौर में मृत पाया गया था, ने कथित तौर पर एक सहकर्मी द्वारा “सालों तक चली उत्पीड़न” के चलते आत्महत्या कर ली।
कल्पेश याग्निक, 55 , दैनिक भास्कर ग्रुप में एक एडिटर, ने 12 जुलाई को कथित तौर पर कंपनी की भोपाल स्थित तीन मंज़िला इमारत से छलांग लगाई, वो भी अपनी बीवी से हुई बातचीत के चंद मिनटों बाद।
इससे पांच दिन पहले, उन्होंने एक वरीष्ठ पुलिस अधिकारी को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने बताया की सितम्बर में फायर की गयी एक महिला, सलोनी अरोड़ा, उन्हें परेशान कर रही है और 5 करोड़ रुपये में विवाद सुलझाने के मांग कर रही थी ।
उन्होंने अरोड़ा पर ब्लैकमेलिंग के आरोप लगाए। उनके अनुसार, सलोनी, जिन्होंने अपने पास उनकी कुछ “बातचीत और वीडियो क्लिप्स” होने का दावा किया था, ने उनको यौन उत्पीड़न के मामले में fसाने और उनके करियर को तबाह करने की धमकी दी यदि उन्होंने उनकी मांगों को पूरा न किया।
धमकियों का सिलसिला
याग्निक के पत्र, जो अब पुलिस के सबूतों में शामिल है, के अनुसार, अरोड़ा उन्हें बेवजह कॉल किया करती थी, और अपनी हुई बातचीत के अंशों को इंटरनेट पर सार्वजनिक करने की धमकी भी दिया करती थीं।
“याग्निक के अनुसार उन्होंने अरोड़ा को कह डाला था की वे इंदौर में कार्य कर रहे हैं और वो मुंबई में, और वे ना ही उनकी नौकरी बहाल कर सकते हैं ही और न ही उन्हें 5 करोड़ दे हैं , पर सोनल अपनी नौकरी वापिस पाने के लिए उनपर बहुत दबाव डाल रही थीं “, एक पुलिस अधिकारी ने बताया .
आगे बताते हुए पुलिस अधिकारी ने कहा, “जब उन्होंने मना किया तब सोनल ने उन पर आपराधिक मामला दर्ज करने की धमकी दी।”
अरोड़ा ने कथित तौर पर याग्निक की बेटी के ससुराल में भी फ़ोन मिलाये, और उन्हें भी वीडियो क्लिप्स दे डालने की धमकी दी, और उनके ऑफिस तक भी पहुंच गयीं।
“सोनल ने एक यूट्यूब पेज भी बनाया जिसका नाम उन्होंने ‘कल्पेश याग्निक’ स्कैंडल और उसका लिंक कल्पेश को धमकाने के लिए भी भेजा। जब हमने वह लिंक खोला, तो उसमें सिर्फ एक गाना बजा और कुछ भी न मिला”, एक पुलिस अधिकारी ने बताया।
” इन सब के अलावा वो उनको कई बार मैसेज भेजती थी जिसमें लिखा होता था ‘इस बम्ब को खोलो’, जो यौन उत्पीड़न के मामले में फ़साने की धमकी थी”, एक पुलिस अधिकारी ने कहा
जब पुलिस के पास याग्निक पत्र लेकर गए, तब उन्होंने कह दिया की वे याग्निक के ऊपर कोई केस दर्ज नहीं करना चाहते थे, और सिर्फ इसलिए लिख रहे थे ताकि पुलिस को सारी जानकारी रहे।
“वो बहुत परेशान थे, लगभग टूटने के कगार पर थे, पर फिर भी उन्होंने अरोड़ा के खिलाफ कोई केस नहीं दर्ज किया। उन्होंने कहा वो सिर्फ इसलिए वह पात्र लिख रहे थे ताकि जब अरोड़ा उनके खिलाफ कोई कार्यवाही करे, तो पुलिस के पास उनकी तरफ से कागज़ात मौजूद हों”, पुलिस अधिकारी ने कहा।
उस चिट्ठी में याग्निक ने यह भी कहा की इस मामले को जितना हो सके गुप्त रखा जाए क्योंकि उनको अपनी ईमानदारी खो जाने का डर था।
‘मैं अंदर से टूटा हुआ हूँ’
हालाँकि उनके अंदर की बात अभी तक पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हुई है, दिप्रिंट को ज्ञात हुआ है कि याग्निक और अरोड़ा दोस्त थे और 9 साल से भी ज़्यादा समय तक उन्होंने एक साथ काम किया था।
एक लीक हुए ऑडियो क्लिप, जोकि संभावित रूप से उन दोनों के बीच की एक बातचीत की रिकॉर्डिंग थी, एक आदमी जिसे याग्निक समझा जा रहा है , की आवाज़ से लगता है कि वह अरोड़ा को चीज़ों को भूल जाने के लिए मानाने की कोशिश कर रही है, जबकि महिला की आवाज़ सिर्फ हाँ और हम्म में ही जवाब दे रही है ।
आदमी उनसे पूछ रहा था कि वह क्या कर सकता है , और उसने साथ में यह भी कहा “कि वो बिलकुल टूटा हुआ है , और सब ठीक करने के लिए, वह कुछ भी करने को तैयार है ।” उसने महिला को बीती बातों के बारे में कुछ न कहने को कहा।
अरोड़ा और याग्निक की ज़्यादातर बातें व्हाट्सएप और फेसबुक पर ही हुआ करती थी। ” उनकी कॉल्स को ट्रैक कर पाना मुश्किल है क्योंकि वे एन्क्रिप्टेड होती हैं। कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है, सिर्फ कुछ स्क्रीनशॉट ही हैं, एक जांचकर्ता ने कहा।
जब याग्निक के परिवार से दिप्रिंट ने बात की तो पता चला की उनको याग्निक और अरोड़ा के बीच चल रही इस बातचीत के बारे में पता था और वे हर संभव कल्पेश के साथ उनकी लड़ाई में मदद के लिए खड़े थे।
पुलिस को बताने से लगभग छह महीने पहले तक, याग्निक ने इस मामले के बारे में अपने परिवार वालों से कथित तौर पर बातचीत की थी।
“हमारे पास आने से पहले, उन्होंने इस केस के बारे में अपने परिवार वालों से बात की और उनको कुछ पैसे देकर मामला रफा-दफा करने की कोशिश भी की, पर बात न बनी”, एक पुलिस अफसर ने कहा।
“अपने आखिरी दिनों में उन्होंने बहुत सारी परेशानियों का सामना किया। उन्होंने हमें सारी बातें बताई”, याग्निक के भाई ने कहा। हम इस केस के बारे में और कुछ तब तक नहीं कहेंगे जब तक कि वह महिला गिरफ्तार न हो जाए क्योंकि हमें मालूम है की वह मीडिया की रिपोर्टों से सब कुछ मॉनिटर कर रही है”, उन्होंने आगे बताया।
फोरेंसिक, सीसीटीवी फुटेज सुसाइड को करते हैं पुख्ता
जहाँ तक अखबारों ने लिखा था कि याग्निक मृत्यु दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुई थी, ऑटोप्सी रिपोर्ट ने कई जगह फ्रैक्चर होने और ज़्यादा रक्त बहने की वजह से इस बात को नकार दिया की दिल का दौरा एक झटके से पड़ा था।
ए सी के डक्ट के ऊपर पड़े जूते के निशान भी याग्निक के जूते से मेल खा गए, जिससे यह भी साफ़ हो गया कि वे वहां जानबूझकर ही गए थे। सीसीटीवी फुटेज से भी साफ़ है की वे छत पर गए थे, पुलिस ने बताया।
“ऑफिस के गवाह कहते हैं कि उन्होंने गिरने से एक घंटा पहले एक मीटिंग की थी, और उसमें वे काफी परेशान और विचलित नज़र आ रहे थे। उन्होंने कहा था की वे उस दिन जल्दी चले जाएंगे’, एक अफसर ने बताया।
याग्निक की कॉल रिकॉर्ड से पता चला कि मरने से कुछ ही समय पहले उन्होंने होनी पत्नी से एक लम्बी बातचीत की थी, और अपने बच्चों के अकाउंट में कुछ पैसे भी डाले थे।
“ऐसा लगता है कि यह आत्महत्या पहले से प्लान की गयी थी और अचानक न हुई थी। याग्निक ने अपने सारे पैसे अपने बीवी बच्चों के नाम कर दिए थे, उन्होंने अपनी बीवी से भी बात की और फिर छत पर गए। हमें अभी उनकी पत्नी का स्टेटमेंट रिकॉर्ड करना है।
जहाँ अरोड़ा के लिए छानबीन जारी है, पुलिस उनके पति को भी तलाश रही है, और दिल्ली, रतलाम और मुंबई के में भी छानबीन कर रही है, ऐसा पुलिसवालों ने बताया।
मुंबई में भेजी गई एक टीम ने उनका लैपटॉप और फ़ोन ज़ब्त कर लिया है। “वे अपना फ़ोन छोड़कर भाग गयीं ताकि उन्हें कोई ट्रैक न कर सके। उन्होंने अपना पूरा लैपटॉप और फ़ोन साफ़ कर दिया, सारे रिकॉर्ड डिलीट कर डाले, क्योंकि उन्हें मालूम था पुलिस राइड पर आएगी और सब कुछ ज़ब्त कर लेगी”, एक जांचकर्ता ने कहा।
“फिलहाल, हमारे पास उन 10 फ़ोन कॉल का रिकॉर्ड है, जिसमें उन्होंने मई में याग्निक को फ़ोन किया था जिसे उन्होंने नहीं उठाया”, जांचकर्ता ने आगे बताया।
विदेश उड़ जाने के मिले एक इशारे से अरोड़ा के खिलाफ अब एक लुक आउट नोटिस जारी कर दिया गया है।