नयी दिल्ली, आठ अप्रैल (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आध्यात्मिक संस्था ब्रह्माकुमारी की प्रशासनिक प्रमुख दादी रतन मोहिनी के निधन पर मंगलवार को शोक व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने अपनी शिक्षाओं और कार्यों से अनगिनत लोगों की सोच और जीवन को संवारा।
पुर्तगाल और स्लोवाक गणराज्य के दौरे पर गईं राष्ट्रपति ने कहा कि वह ब्रह्माकुमारी संस्था का एक प्रकाश-स्तंभ थीं।
मुर्मू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘इस संस्था ने मेरी जीवन यात्रा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।’’
माउंट आबू स्थित संस्था ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि मोहिनी का मंगलवार को निधन हो गया। वह 101 वर्ष की थीं।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘दादी रतन मोहिनी जी के निधन की खबर सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ। वे ब्रह्माकुमारी संस्था का एक प्रकाश स्तंभ थीं। इस संस्था ने मेरी जीवन यात्रा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘दादी रतन मोहिनी जी ने अपनी शिक्षाओं और कार्यों से अनगिनत लोगों की सोच और जीवन को संवारा। उन्होंने आजीवन सेवा, सद्भाव, शांति और परोपकार के संदेश का प्रसार किया। उनकी शिक्षाएं लोगों को अध्यात्म के मार्ग पर चलने और जन-कल्याण के कार्यों के लिए प्रेरित करती रहेंगी।’’
मुर्मू ने कहा, ‘‘मैं पूरे विश्व में विद्यमान ब्रह्माकुमारी परिवार के सभी सदस्यों एवं इस संस्था के शुभचिंतकों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करती हूं।’’
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