सूरत, तीन जून (भाषा) गुजरात में सूरत निवासी 70 वर्षीय व्यवसायी सुरेश जरीवाला के पास कई कार और अन्य वाहन हैं, लेकिन उन्हें साइकिल चलाना बेहद पसंद है। वह नियमित रूप से प्रतिदिन 30 किलोमीटर साइकिल चलाते हैं और यह सिलसिला करीब चार दशक से जारी है जिसे वह आगे भी बरकरार रखना चाहते हैं।
उनकी 30 साल पुरानी एटलस साइकिल उनकी खास साथी रही है, जिस पर सवार होकर वे हर साल अपने साइकिल प्रेमियों के समूह के साथ शिरडी जाते हैं, जो सूरत से करीब 300 किलोमीटर दूर है।
सूरत के सलाबतपुरा इलाके में अपने परिवार के साथ रहने वाले जरीवाला करीब 65 किलोमीटर दूर अंकलेश्वर में स्थित एक केमिकल फैक्टरी के मालिक हैं। वह करीब 50 सालों से साइकिल चला रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘एसएससी की पढ़ाई पूरी करने के बाद मैं सूरत में अपने बड़े भाई द्वारा स्थापित एक केमिकल फैक्टरी में काम करने लगा। वर्ष 1972 में फैक्टरी और अपने घर के बीच की दूरी में साइकिल से तय करता था। 1982 में फैक्टरी के अंकलेश्वर में स्थानांतरित हो जाने के बाद भी मैंने यह दिनचर्या जारी रखी।’’
जरीवाला हर दिन सुबह 5.45 बजे उठते हैं और जॉगिंग और व्यायाम के लिए केवल चौक पहुंचने के लिए साइकिल से आठ किलोमीटर की दूरी तय करते हैं। फिर वह घर वापस आते हैं और अपनी साइकिल से अंकलेश्वर के लिए ट्रेन पकड़ने के लिए सूरत रेलवे स्टेशन जाते हैं।
जरीवाला ने कहा, ‘‘मैं अपनी साइकिल पार्किंग स्थल (सूरत स्टेशन पर) में खड़ा करता हू और ट्रेन में चढ़ जाता हूं। अंकलेश्वर स्टेशन पर उतरने के बाद मैं अपनी फैक्टरी तक पहुंचने के लिए स्टेशन पर खड़ी दूसरी साइकिल का उपयोग करता हूं। मैं रात आठ बजे के आसपास घर वापस आने के लिए यही प्रक्रिया दोहराता हूं।’’
उन्होंने कहा कि साइकिल चलाने की दिनचर्या ने उन्हें हमेशा खुद को फिट रखने में मदद की है और घर आने के बाद उन्हें कभी थकान महसूस नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि जब भी वह परिवार के साथ कहीं घूमने जाते हैं तो अपनी कार का इस्तेमाल करते हैं।
भाषा संतोष पवनेश
पवनेश
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