हावेरी (कर्नाटक), 26 मई (भाषा) साइबर अपराधियों ने यहां 38 वर्षीय एक अधिवक्ता को धोखाधड़ी का शिकार बना लिया। पुलिस ने सोमवार को बताया कि अपराधियों ने कथित तौर पर वकील को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक कृत्रिम मेधा (एआई) की मदद से निर्मित वीडियो का उपयोग करके ट्रंप होटल किराये की योजना में निवेश करने का लालच दिया, जिसमें उच्च रिटर्न का वादा किया गया था।
उन्होंने बताया कि यह मामला छह मई को तब प्रकाश में आया जब पीड़ित अपनी शिकायत लेकर हावेरी सेंट्रल क्राइम पुलिस थाने पहुंचा।
अपने बयान में अधिवक्ता ने कहा कि इस वर्ष जनवरी में उन्हें यूट्यूब पर एक वीडियो दिखा जिसमें “डोनाल्ड ट्रंप होटल रेंटल्स” में निवेश का अवसर दिया गया था।
जब उन्होंने लिंक पर क्लिक किया तो उन्हें एक मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए निर्देशित किया गया।
इसके बाद उनसे एक फॉर्म भरने को कहा गया, जिसमें उनके बैंक खाते का विवरण और आईएफएससी कोड जमा करना शामिल था।
पुलिस के अनुसार, पीड़ित ने निर्देशों का पालन किया और अपना खाता सक्रिय करने के लिए 1,500 रुपये का भुगतान किया। उसे उसके निवेश पर प्रतिदिन 3 प्रतिशत रिटर्न देने का वादा किया गया था।
शुरुआत में उन्हें अपने निवेश पर रिटर्न मिला और मुनाफा भी हुआ। इस योजना पर भरोसा करते हुए, धोखेबाजों के कहने पर उन्होंने अपनी कमाई दोगुनी करने की उम्मीद में और पैसा निवेश किया।
कुल मिलाकर, उन्होंने 25 जनवरी से 4 अप्रैल के बीच विभिन्न बैंक खातों, यूपीआई आईडी और डिजिटल वॉलेट में 5,93,240 रुपये जमा किए। हालांकि, उन्हें रिटर्न मिलना बंद हो गया और वे निवेश की गई राशि वापस पाने में असमर्थ रहे।
पुलिस ने बताया कि आईटी एक्ट और भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4) (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
भाषा
प्रशांत माधव
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