जयपुर, 12 जून (भाषा) यूनाइटेड नेशन्स इकोनोमिक एंड सोशल कमीशन फॉर एशिया एंड पैसिफिक (यूएनएस्केप) ने ‘कट्स’ इंटरनेशनल को दक्षिण एशिया सतत विकास लक्ष्यों के नेटवर्क में नागरिक संस्था के रूप में शामिल किया है।
‘कट्स’ इंटरनेशनल, एक वैश्विक स्तर की सार्वजनिक नीति, अनुसंधान और एक उपभोक्ता हितैषी संगठन है जो कि सतत उपभोग और सतत विकास के क्षेत्र में पिछले दो दशकों से कार्य कर रहा है।
दक्षिण एशिया सतत विकास लक्ष्यों का नेटवर्क सरकारी एजेन्सियों, थिंक टैंक और अन्य संस्थाओं का संगठन है। इस नेटवर्क के एशियाई देश जैसे अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान एवं श्रीलंका सदस्य हैं, जो कि दक्षिण एशिया सतत विकास लक्ष्यों को आपस में साझा करने एवं उपक्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए विकसित किया गया है।
एक बयान में ‘कट्स’ के निदेशक जॉर्ज चेरियन ने कहा कि इस नेटवर्क में ‘कट्स’ की सदस्यता से सतत उपभोग पर कार्य को विस्तार देने में मदद मिलेगी और दक्षिण एवं दक्षिण-पश्चिम एशिया में समावेशी और सतत विकास के लिए क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि एक उपभोक्ता संगठन होने के नाते, उपभोक्ता के स्वस्थ पर्यावरण के अधिकार को कायम रखते हुए और सतत उपभोग के क्षेत्र में काम करने का व्यापक अनुभव होने के कारण ‘कट्स’ को इसकी प्रतिष्ठित सदस्यता के योग्य माना गया।
वर्ष 2019-2021 के दौरान ‘कट्स’ ने सतत विकास लक्ष्यों के लक्ष्य-12 पर एक अध्ययन किया, जिसका विषय ‘सतत उपभोग एवं उत्पादन- उपभोक्ता परिप्रेक्ष्य’ था। सतत विकास लक्ष्य- 12 में उपभोक्ता के नजरिये से किया गया अध्ययन संयुक्त राष्ट्र के दिशा निदेर्शो पर आधारित है। वर्तमान में ‘कट्स’ बंगाल की खाड़ी में बहुक्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पर पहल (बिम्स्टेक) के क्षेत्र में एस.सी.पी. के विश्लेषण के लिए अध्ययन को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है।
भाषा कुंज सुरभि
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