इंफाल/चुराचांदपुर (मणिपुर), नौ अप्रैल (भाषा) मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के कुछ हिस्सों में दो अलग-अलग जनजातियों के गांवों के बीच एक ‘‘विवादित क्षेत्र’’ में सामुदायिक झंडे फहराने को लेकर तनाव के मद्देनजर कर्फ्यू लगा दिया गया है। एक अधिसूचना में यह जानकारी दी गई।
मंगलवार को चुराचांदपुर उप-मंडल के वी मुनहोइह और रेंगकाई गांवों के बीच ‘‘विवादित क्षेत्र’’ में सामुदायिक झंडे फहराए जाने के बाद जोमी और हमार जनजातियों के बीच तनाव पैदा हो गया।
मौजूदा स्थिति को देखते हुए, चुराचांदपुर के जिलाधिकारी धारुन कुमार ने दो गांवों और जिले के पूरे कांगवई, समुलामलान और संगाईकोट उप-मंडलों में कर्फ्यू लगा दिया।
हालांकि, अधिसूचना में कहा गया है कि लोगों को आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं तक पहुंच प्रदान करने के लिए 17 अप्रैल तक जिले के शेष क्षेत्रों में सुबह छह बजे से शाम पांच बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जाएगी।
अधिसूचना में कहा गया है कि बाद में छूट की समीक्षा की जाएगी तथा मौजूदा कानून-व्यवस्था के आकलन के आधार पर उसे अधिसूचित किया जाएगा।
इस बीच, रेंगकाई और वी मुनहोइह के गांव के अधिकारियों ने चुराचांदपुर के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति में एक बैठक की और लोगों से शांति बनाए रखने तथा सोशल मीडिया पर अफवाहें न फैलाने का आग्रह किया।
अधिकारियों ने बताया कि बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि दोनों गांवों के बीच भूमि विवाद के मुद्दे को प्राधिकारों द्वारा सुलझाया जाएगा।
इससे पहले, 18 मार्च को चुराचांदपुर शहर में जोमी और हमार समुदायों के बीच झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे, जब एक व्यक्ति ने मोबाइल टावर से जोमी समुदाय का झंडा उतार कर जमीन पर फेंक दिया था।
भाषा आशीष माधव
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