नई दिल्ली: राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने शनिवार को संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा-स्नातक (सीयूईटी-यूजी) के नतीजे घोषित किए, जिसमें 22,000 से अधिक अभ्यर्थियों ने 100 प्रतिशत हासिल किए हैं.
इनमें सबसे ज्यादा अंग्रेजी के छात्र हैं, उसके बाद जीव विज्ञान और अर्थशास्त्र के छात्र हैं. देश की दूसरी सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा सीयूईटी-यूजी के दूसरे संस्करण में 11.11 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे.
एनटीए के अनुसार, पिछले साल 21,159 की तुलना में इस साल 22,836 अभ्यर्थियों को 100 प्रतिशत हासिल हुआ. परीक्षा में 5,685 अभ्यर्थियों ने अंग्रेजी में 100 प्रतिशत प्राप्त किए, 4,850 अभ्यर्थियों ने जीवविज्ञान/जैव प्रौद्योगिकी/जैव रसायन विज्ञान में शीर्ष स्कोर प्राप्त किया, इसके बाद 2,836 अभ्यर्थियों ने अर्थशास्त्र में उच्च स्कोर प्राप्त किए.
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) की वरिष्ठ निदेशक साधना पाराशर ने कहा, प्रत्येक उम्मीदवार के प्रदर्शन का मूल्यांकन सम-प्रतिशत पद्धति का उपयोग करके किया गया है, जिसमें एक ही विषय के लिए कई दिनों के दिए गए सत्र में छात्रों के प्रत्येक समूह के प्रतिशत का उपयोग करके प्रत्येक उम्मीदवार के सामान्यीकृत अंकों की गणना की गई है.
उन्होंने कहा, ‘‘एनटीए की भूमिका अभ्यर्थियों के पंजीकरण, परीक्षा का संचालन, उत्तर कुंजी प्रस्तुत करने, चुनौतियों को आमंत्रित करने, उत्तर कुंजी को अंतिम रूप देने, परिणाम तैयार करने और घोषित करने तथा स्कोरकार्ड की मेजबानी तक ही सीमित है.’’
पाराशर ने बताया, ‘‘भागीदारी वाले विश्वविद्यालयों और संस्थाओं द्वारा एक मेरिट सूची तैयार की जाएगी. विश्वविद्यालय एनटीए द्वारा उपलब्ध कराए गए सीयूईटी (यूजी) – 2023 के स्कोरकार्ड के आधार पर अपनी काउंसलिंग के बारे में निर्णय लेंगे.’’
इस साल परीक्षा 21 मई से पांच जुलाई के बीच नौ चरणों में आयोजित की गई थी और पिछले साल के विपरीत, यह तीन पालियों में आयोजित की गई.
एनटीए के साथ सीयूईटी का समन्वय कर रहे विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने कहा कि एजेंसी ने इस वर्ष 2,305 प्रश्न पत्र और 1,48,520 प्रश्न तैयार करने में 2,200 विषय विशेषज्ञों और 800 अनुवादकों को शामिल किया.
उन्होंने बताया, ‘‘अकाउंटेंसी, जीव विज्ञान, बिजनेस स्टडीज, अर्थशास्त्र, अंग्रेजी, इतिहास और राजनीति विज्ञान जैसे विषयों में 1000 से अधिक छात्रों ने 100 परसेंटाइल हासिल किए हैं.’’
कुमार ने कहा, ‘‘एनटीए भागीदारी करने वाले 250 विश्वविद्यालयों को सामान्यीकृत स्कोर प्रदान करेगा. वे इन स्कोर का इस्तेमाल स्नातक कार्यक्रमों में दाखिले को लेकर मेरिट सूची तैयार करने के लिए कर सकते हैं.’’
पिछले साल की तरह, जीव विज्ञान को छोड़कर विज्ञान विषयों की तुलना में मानविकी और वाणिज्य विषयों में 100 परसेंटाइल हासिल किए गए. उदाहरण के लिए, गणित में 251 विद्यार्थियों ने 100 परसेंटाइल हासिल किए, जबकि भौतिकी में यह संख्या 83 और रसायन विज्ञान में 233 थी.’’
परीक्षा 13 भाषाओं में आयोजित की गई थी. सीयूईटी-यूजी स्कोर के सामान्यीकरण के औचित्य पर यूजीसी प्रमुख ने कहा, ‘‘यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सीयूईटी-यूजी को छह सप्ताह में आयोजित किया गया, जिसमें किसी विषय में परीक्षा अलग-अलग दिनों में आयोजित की गई.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे में स्वाभाविक रूप से यह सवाल उठता है कि हम अलग-अलग छात्रों के प्रदर्शन की तुलना एक समान पैमाने पर कैसे करेंगे क्योंकि उन्होंने एक ही विषय की परीक्षा अलग-अलग दिनों में दी.’’
कुमार ने कहा, ‘‘हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि प्रवेश उस स्कोर के आधार पर किया जाए जो छात्रों के प्रदर्शन की सटीक तुलना करता हो.’’
आवेदकों की संख्या के हिसाब से CUET-UG देश की दूसरी सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा है. इसके पहले संस्करण में, 12.5 लाख छात्रों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था और 9.9 लाख ने अपने आवेदन जमा किए थे.
यह भी पढ़ें: ज़ांज़ीबार में पहला अंतरराष्ट्रीय परिसर खोल इतिहास रचने के लिए तैयार IIT-Madras: डायरेक्टर वी कामाकोटी