भुवनेश्वर/चाईबासा/रांची, 14 जून (भाषा) ओडिशा-झारखंड सीमा पर शनिवार सुबह नक्सल रोधी अभियान के दौरान आईईडी विस्फोट में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के अनुसार, उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के रहने वाले एवं सीआरपीएफ की 134वीं बटालियन के एएसआई सत्यवान कुमार सिंह (34) उस टीम का हिस्सा थे, जो माओवादियों द्वारा लूटे गए विस्फोटकों को बरामद करने के लिए सारंडा जंगल में तलाश अभियान चला रही थी।
अधिकारियों ने बताया कि आईईडी में विस्फोट राउरकेला के निकट बलंग गांव के पास सुबह करीब छह बजे हुआ, जब सीआरपीएफ और ओडिशा पुलिस के विशेष अभियान दल (एसओजी) की एक संयुक्त टीम इलाके में तलाश अभियान चला रही थी।
विस्फोट में एएसाआई सत्यवान के पैर में गंभीर चोट लगी, जिसके बाद उन्हें राउरकेला के एक अस्पताल ले जा गया जहां उनकी मृत्यु हो गई।
ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के बांको में एक पत्थर खदान के पास से माओवादियों ने 27 मई को करीब पांच टन विस्फोटक लूट लिया था।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने लूटे गए विस्फोटकों का अब तक तीन-चौथाई हिस्सा बरामद कर लिया है, हालांकि सुरक्षा बल जिलेटिन के बचे हुए पैकेट की तलाश जारी रखे हुए हैं।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सीआरपीएफ कर्मी की मौत पर शोक व्यक्त किया।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘ओडिशा-झारखंड सीमा पर तलाश अभियान के दौरान आईईडी विस्फोट में सीआरपीएफ के एएसआई सत्यवान सिंह के बलिदान के बारे में जानकर दुख हुआ। उन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देकर सेवा और साहस का सर्वोच्च मानदंड स्थापित किया है। मैं शहीद जवान की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।’
झारखंड पुलिस ने एक बयान में कहा कि शाम पांच बजे रांची स्थित सीआरपीएफ की 133 बटालियन मुख्यालय में एएसआई सिंह को पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी।
भाषा राखी सुभाष
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